मर कर हुआ ज़िंदा कानपुर का अहमद, परिजनों के छलके खुशी के आँसू
- कानपुर के कर्नलगंज में एक ऐसे मामला सामने आया जिसने सबके होश उड़ा दिए. यहाँ जिस व्यक्ति के निधन पर उसकी मनाई जा रही थी, वो उस दिन वापस अपने घर चला आया.

किसी व्यक्ति को अपने हाथों दफन करने के बाद यदि वह व्यक्ति वापस घर लौट आए तो है किसी बड़े अजूबे से कम नहीं. ऐसा ही एक मामला कानपुर के कर्नलगंज में सामने आया. जिसमें एक मृतक व्यक्ति की शिनाख्त करते हुए परिजनों ने उसे अपना बताकर उसके शव को दफन करते हुए अंतिम क्रिया कर्म के कार्यक्रम कर रहे थे. उसी दौरान वह व्यक्ति घर लौट आया. जिसको अपने हाथों से जलाया उसे सामने देख कर परिजनों के आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े.
कानपुर की कर्नलगंज निवासी अहमद 2 अगस्त को अपने परिजनों से झगड़ा करके घर से चले गए थे. परिजनों द्वारा चकेरी थाना में अहमद की गुमशुदगी दर्ज कराई गयी. अहमद की पत्नी ने बताया कि मूल रूप से चमनगंज निवासी ओम पुरवा स्थित आजाद पार्क के पास अपने दूसरे मकान में पत्नी नगमा और दो बच्चों के साथ रहते हैं तथा वह एसी रिपेयरिंग का कार्य करते हैं. जो 2 अगस्त से घर से झगड़ा करके निकल आए हैं. इस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी.
वहीं पुलिस को 5 अगस्त को एक शव मिला जिसकी जानकारी पुलिस द्वारा अहमद के परिजनों को दी गई. परिजनों द्वारा शव की शिनाख्त अहमद के रूप में की गई. पुलिस ने पंचायत नामा एवं अन्य कार्रवाई पूरी करते हुए शव को उनके सुपुर्द कर दिया. शव लेकर परिजनों ने उसे कब्रिस्तान में ले जाकर दफन कर दिया और अन्य क्रिया कर्म की क्रिया शुरू कर दीं. मगर शुक्रवार को जब शांति भोज कराया जा रहा था तो अहमद घर वापस आ गया. जैसे ही परिजनों ने अहमद को देखा तो उनके होश उड़ गए और खुशी के मारे चीखते चिल्लाते हुए उसे अपने गले से लगा लिया. परिजनों द्वारा इसकी जानकारी चकेरी थाना पुलिस को दी गई. पुलिस ने अहमद को थाने में बुलाया और जानकारी हासिल की. पूरी जांच पड़ताल करने के बाद पुलिस ने अहमद को परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
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