Karwa Chauth 2021: करवा चौथ व्रत रखने से मिलता है अखंड सौभाग्य का फल, जानें शुभ मुहूर्त
- करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को पूजा और कथा पढ़कर या सुनकर चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार, करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को पूजा और कथा पढ़कर या सुनकर चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलते हैं. इस चतुर्थी की तिथि को संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश जी को समर्पित है. इस दिन भगवान गणेश जी की भी विशेष पूजा की जाती है.मान्यता है व्रत नियम का पालन करने वाली व्रती महिलाओं को सदा सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है. संध्या पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर शाम 05 बजकर 34 मिनट से शाम 06 बजकर 52 मिनट तक. कहा जा रहा है कि चंद्रोदय शाम 7 बजकर 57 मिनट पर होगा.
करवा चौथ पर बन रहा विशिष्ट संयोग
इस साल करवा चौथ पर एक विशेष संयोग बन हो रहा है. पंचांग के मुताबिक, करवा चौथ का चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस नक्षत्र में व्रत रखना अति शुभ होता है. कहा जाता है कि ऐसे समय में चंद्र दर्शन मनवांछित फल प्रदान करता है. करवा चौथ को यानी 24 अक्टूबर को रात 08 बजकर 07 मिनट पर चांद निकलेगा. इसके साथ ही व्रती महिलाओं को चंद्र दर्शन हो सकता है.
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चंद्रोदय का समय
पंचांग के अनुसार, 24 अक्टूबर को चंद्रमा का उदय रात को 08 बजकर 07 मिनट पर होगा. व्रती महिलायें इस समय चंद्रमा का दर्शन कर व्रत का समापन कर सकती है.
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