भाई-बहन समते 6 घंटे पहले ही भगवान जगन्नाथ पहुंच जाएंगे मौसी के घर, जाने कारण
- जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरूआत आज यानी 12 जुलाई से हो चुकी है. जो 9 दिन तक यानी 20 जुलाई तक चलेगी. हालांकि इस बार भी कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालुओं को इस यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं है.

12 जुलाई यानी आज से भगवान जगन्नाथ यात्रा की शुरूआत हो चुकी है. कोरोना के कहर के कारण इस बार भी श्रद्धआलु यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे. इतना ही नहीं बल्कि रथ यात्रा का भ्रमण भी इस साल शहर में नहीं होगा. यही कारण है कि केवल दो घंटे में ही आठ घंटे की यात्री पूरी की जाएगी. ऐसे में छह घंटे पहले ही भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी के घर घंटे पहले ही भाई बहनों समते पहुंच जाएंगे. मंदिर के बल में ही समिति के द्वारा मौसी का घर तैयार किया गया है.
इस साल रथ यात्रा 12 बजे से शुरू हो चुकी है जो 2 बजे खत्म हो जाएगी. ये कहा जातका है कि जिस रथ में भगवान जगन्नाथ बैठते है उसे सबसे पहले राजा झाडू लगाकर पवित्र करते हैं. उसके बाद रथ में पुष्प की वर्षा होती है. जिसके बाद अपने भाई और बहन के समते महाप्रभु यात्रा पर निकल जाते हैं. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए धार्मिक आयोजन लिए कम से कम 65 दस्तों की तैनाती की गई है.
जगन्नाथ रथ यात्रा की हुई आज से शुरूआत, बिना श्रद्धालु इस बार भी हो रहा आयोजन
30 जवान प्रत्येक दस्ते में शामिल हैं. समर्थ वर्मा जो पुरी के जिलाधिकारी हैं उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कर्फ्यू की जो अवधि है रविवार आठ बजे से लेकर मंगलवार रात आठ बजे तक उस दौरान घर से बिलकुल भी ना निकलें, और ना ग्रांड रोड में भीड़ एकत्रित होने दें. इस उत्सव का आनंद हर को घर बैठे अपने टीवी पर ले सकता है.
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