सात किलोमीटर के चक्कर में फसा मेरठ बुलंदशहर हाईवे
- मेरठ बुलंदशहर हाईवे को शीघ्र पूरा कराए जाने के लिए सरकार द्वारा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मगर इस हाईवे पर सात किलोमीटर का हिस्सा ऐसा है जिसके कारण यह निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है.

मेरठ बुलंदशहर हाईवे के निर्माण के लिए कई वर्षों से कार्य प्रगति पर चल रहा है. अभी भी गुलावठी बाईपास पर सड़क निर्माण पूरा करने में सात किलोमीटर की सड़क अवरोधक बनी हुई है. निर्माण को जल्द पूरा कराए जाने के लिए संस्था को निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
मेरठ बुलंदशहर हाईवे 235 को मेरठ से हापुड़ और हापुड़ से बुलंदशहर की फोरलेन बनाने के लिए वर्ष 2016 में निर्माण कार्य शुरू किया गया था. इस कार्य को वर्ष 2019 में पूरा करना था. मगर इसके निर्माण कार्य में एक के बाद एक अड़चन उत्पन्न हो गई. जिससे यह अभी भी अधूरा पड़ा है.
अब मेरठ से बुलंदशहर के बीच सड़क निर्माण कार्य लगभग संपन्न हो चुका है. मगर गुलावठी बाईपास पर सात किलोमीटर की ऐसी लंबी सड़क शेष बची है जिसका निर्माण अभी तक अधर में लटका हुआ है. एनएचएआई संस्था को इस निर्माण कार्य को पूरा किए जाने के निर्देश जारी किए हैं. ताकि हाईवे को जून के पहले सप्ताह में पूरा किया जा सके.
मेरठ बुलंदशहर के परियोजना निदेशक बी के चतुर्वेदी ने बताया कि सात किलोमीटर की सड़क का निर्माण पूरा होते ही हाईवे को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस हाइवे को पूरा करने के लिए जो 2019 तक का समय था.
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