आर्थिक तंगी के कारण सब्जी बेच रहे थे नेशनल खिलाड़ी, सरकार ने की मदद
- पिता की नौकरी जाने के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे मेरठ के नेशनल खिलाड़ी सड़कों पर सब्जी बेचने के काम कर रहे थे. इस बात की खबर मिलते ही खेल मंत्रालय ने दोनों की मदद करने के लिए इतने लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
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मेरठ. कोरोना वायरस महामारी के कारण हजारों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी हैं, जिसके कारण लोगों को अपना गुजर-बसर करने के लिए सब्जी और फलों के ठेले तक लगाने पड़ गए. ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आ रही है. दरअसल, यहां नेशनल तीरंदाज़ नीरज चौहान और बॉक्सर सुनील चौहान तब सब्जी का ठेला लगाने के लिए मजबूर हो गए, जब इस महामारी ने उनके पिता की नौकरी छीन ली. वहीं, जैसे ही इस बात का पता खेल मंत्रालय को लगा, तो राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने दोनों खिलाड़ियो को पांच-पांच लाख रुपये की मदद करने का ऐलान कर दिया.
इसको लेकर किरण रिजिजू ने एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं. इस बात की खबर से परिवार में काफी खुशी है. बता दें, कोरोना काल में दोनों नेशनल खिलाड़ी आर्थिक तंगी के कारण सब्जी का ठेला लगाने के लिए मजबूर हो गए थे. वहीं, किरण रिजिजू ने ट्वीट करते हुए लिखा, " तीरंदाज़ नीरज चौहान और बॉक्सर सुनील चौहान को दीनदयाल उपाध्याय फंड से पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी, ताकि आर्थिक तंगी की वजह से प्रतिभा दम न तोड़ सके."
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बॉक्सिंग में सुनील चौहान खेलो इंडिया में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं तो वहीं नीरज चौहान सीनियर तीरंदाज़ी में रजत पदक विजेता हैं. इन दोनों खिलाड़ियों का सपना है कि वो ओलम्पिक में पदक जीतकर सरकार का रिटर्न गिफ्ट दें. वहीं, सरकार की इस मदद के बाद दोनों खिलाड़ी बार-बार सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं.
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