Navgrah Pooja: नवग्रह की पूजा से दूर होती है नकारात्मकता, पढ़िए संपूर्ण पूजा विधि और महत्व
- जीवन की सफलता में नवग्रह का विशेष महत्व के बारे में बताया गया है. पढ़िए संपूर्ण पूजा विधि और महत्व
नवग्रह की पूजा का विशेष महत्व होता है. नवग्रहों की पूजा से आसपास की नाकारात्मका दूर होती है. घर में खुश शांति बनी रहती है. जीवन की सफलता में नवग्रह का विशेष महत्व के बारे में बताया गया है. ये मनुष्य की नियति तय करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं. नौ ग्रहों की अलग-अलग महत्ता है. ये ग्रह विशेष फलदायक होते हैं. इसलिए इनके पूजा का बहुत महत्व होता है.
मंगल
मंगल पूजा स्वास्थ्य, धन, शक्ति और समृद्धि देती है. दुर्घटनाओं, वारदात, हमले या कारावास की आशंका घटाती है. इसके लिए ॐ क्रां क्रीं क्रों सः भौमाय नमः मंत्र का जाप 10000 बार करें.
सूर्य
सूर्य की पूजा से साहस-ताकत बढ़ती है. शत्रुओं पर प्रभुत्व, सफलता और यश, स्वास्थ्य और समृद्धि मिलती है. पुराने मर्ज भी दूर होते हैं. सूर्य की पूजा के दौरान ॐ हृां हीं सः सूर्याय नमः मंत्र का 7000 बार जाप करना चाहिए.
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चंद्रमा
चंद्रमा की पूजा से मानसिक शांति, आकर्षक व्यक्तित्व, भावनाओं पर नियंत्रण होता है. यह धन, प्रसिद्धि और जीवन में सफलता के लिए फायदेमंद है. मंत्र: 11000 बार ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः का जाप करें.
बुध
बुध की पूजा से ज्ञान, व्यावसायिक सफलता और वृद्धि मिलती है. धन, तंत्रिका तंत्र और शरीर के कार्यों से संबंधित बीमारियों से राहत मिलती है. इसके लिए मंत्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रों सः बुधाय नमः का जाप 9000 बार करना चाहिए.
बृहस्पति
बृहस्पति की पूजा नकारात्मक, बुरी भावनाएं दूर करती है. पुण्य शक्ति और वीरता देती है. स्वास्थ्य और दीर्घायु, उच्च शिक्षा और दार्शनिक कौशल, धन और भाग्य, संतान संबंधी आशीर्वाद और धार्मिक प्रवृत्ति प्रदान करती हैं. इसके लिए मंत्र 19000 बार ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों सः गुरुवै नमः मंत्र का जाप करें.
शुक्र
शुक्र की पूजा अच्छे और मजबूत प्रेम और रिश्तों, लंबी उम्र, धन समृद्धि, शिक्षा, कला में उन्नति का आशीर्वाद देती है. इसके लिए मंत्र: ॐ द्रां द्रीं द्रों सः शुक्राय नम: का 16000 बार जाप करें.
शनि
शनि की पूजा मानसिक शांति, स्वास्थ्य ,खुशी और समृद्धि को बढ़ावा देती है. यह विपत्तियों के कारण कठिनाई की तीव्रता घटाने के लिए महत्वपूर्ण है. इसके लिए मंत्र: ॐ प्रां प्रीं प्रों सः शनैश्चराय नम:मंत्र का जाप, संध्या समय कुल 23000 बार किया करें.
राहु
राहु की पूजा दीर्घायु, शक्ति वृद्धि चीजों की गहरी समझ और उच्च सामाजिक प्रतिष्ठा प्रदान करती है. इसके लिए मंत्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रों सः राहवे नमः मंत्र का जाप 18000 बार करें.
केतु
केतु की पूजा स्वास्थ्य, धन, भाग्य, घरेलू खुशी और भक्त की समृद्धि को बढ़ावा देती है. इस पूजा से जहरीले पदार्थों से होने वाली संपत्ति और मृत्यु के नुकसान की आशंका कम होती है. इसके लिए मंत्र ॐ स्रां स्रीं स्रों सः केतवे नमः मंत्र का जाप 17000 बार करें
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