Navratri 2021: नवरात्रि महाष्टमी पर हवन करने से पहले जानें शुभ मुहूर्त और नियम
- नवरात्रि का आज महाअष्टमी है. इस दिन मां दुर्गा के 8वें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन कई लोग व्रत रखते हैं तो कई लोग फलाहार करते हैं.

शारदीय नवरात्रि का आज महाअष्टमी है. इस दिन मां दुर्गा के 8वें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन कई लोग व्रत रखते हैं तो कई लोग फलाहार करते हैं. महाअष्टमी के दिन मां दुर्गा के 8वें रूप की पूजा अराधना की जाती है. माता रानी की पूजा करने के लिए कई नियम बनाए गएं है जिसका पालन करना जरूरी है. हालांकि हर जगह पूजा के कई नियम होते हैं. आइए जानें हवन के लिए शुभ मुहूर्त और हवन के दौरान की जानें वाली सावधानियां.
इस दिन वे लोग जो सप्तमी का व्रत रखकर हवन करना चाहते हैं. उन्हें महाष्टमी की संधिकाल पर हवन करना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि संधिकाल पर हवन करना अति शुभ लाभदायी होता है. संधिकाल का समय अष्टमी समाप्त होने के अंतिम 24 मिनट और नवमी प्रारंभ होने के शुरुआती 24 मिनट पर होती है. इस प्रकार हवन करने का शुभ मुहूर्त शाम को 7 बजकर 42 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक का है. व्रती को चाहिए कि वे इस समय हवन करें.
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नवरात्रि में हवन के समय स्वच्छता का रखें ध्यान
जहां पर हवन कुंड है, उसके चारों तरफ के स्थान की साफ सफाई कर लेनी चाहिए और यह ध्यान रखें कि इसके इर्द-गिर्द कोई भी ज्वलनशील पदार्थ या वास्तु न हो. हवन करने के पहले सभी पूजन सामग्री और हवन सामग्री को एकत्रित करके पास में रख लें, ताकि उन्हें बीच में उठना न पड़े.हवन करते समय अग्नि से हमेशा सावधान रहने की जरूरत है.
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