Navratri 2021: मेरठ के इस मंदिंर में 40 दिन तक दीप जलाने से माता करतीं हैं हर मनोकामना पूरी

Priya Gupta, Last updated: Sun, 3rd Oct 2021, 12:51 PM IST
  • मेरठ में हर साल नौचंडी का मेला लगता है, जो काफी फेमस है. नवचंडी मंदिर के ठीक सामने एक मजार है. हिंदू धर्मावलंबी जब मंदिर में दर्शन करने आते हैं तो मजार पर जाते हैं
मेरठ के इस मंदिंर में 40 दिन तक दीप जलाने से माता करतीं हैं हर मनोकामना पूरी

मां दुर्गा को शक्ति का रूप माना जाता है. नवरात्रि में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है. देशभर में देवी मां के कई प्रसिद्ध एवं चमत्कारी मंदिर हैं. जहां दर्शन के लिए भीड़ लगी रहती है. मेरठ में नवचंडी माता का एक ऐसा ही मंदिर मौजूद है. जहां पर मान्यता है कि इस मंदिर में 40 दिन तक दीपक जलाने पर हर मुराद पूरी होती है. ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर हजारों वर्ष पूर्व स्थापित किया गया था. कहते हैं कि ये तलवार ब्रिटिशकाल की है. मां का दर्शन करने आने वाले लोग इस तलवार को भी पूजते हैं. दशहरे के मौके पर इस तलवार की विधि विधान से पूजा की जाती है.

मेरठ में हर साल नौचंदी का मेला लगता है, जो काफी फेमस है. नवचंडी मंदिर के ठीक सामने एक मजार है. हिंदू धर्मावलंबी जब मंदिर में दर्शन करने आते हैं तो मजार पर जाते हैं, वहीं मुस्लिम धर्मावलंबी जब मजार पर आते हैं तो वे मंदिर में माथा टेकने पहुंचते हैं. ऐसी मान्यता भी है कि हां आने वाले लोगों की मनोकामना तभी पूरी होती है जब वे माता के दरबार में जाकर माथा टेकते हैं.

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नवचंडी माता का मंदिर हजारों साल पुराना माना जाता है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि अगर कोई भी भक्त लगातार चालीस दिन तक मंदिर में माता के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाता है और दीप प्रज्जवलित करता है तो उसकी माता सारी मुरादें पूरी कर देती हैं. इस मंदिर को लेकर किवदंती है कि इस मंदिर में माता नवचंडी की स्थापना लंका नरेश रावण की पत्नी मंदोदरी ने की थी, उन्होंने ही इस मूर्ति की पूजा शुरू की थी. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए उन्होंने एक गुप्त मार्ग भी बनवाया था. वे इसी रास्ते से मंदिर में पूजा के लिए आती थीं.

 

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