Pradosh Vrat 2021:इस दिन है प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि और सामग्री
- प्रदोष व्रत पूरी तरह से भगवान को समर्पित होता है. साथ ही इस व्रत का हिंदू धर्म में काफी महत्व भी माना जाता है. एक साल में 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं. जो लोग इस व्रत को विधि-विधान से करते हैं. उन पर भगवान शिव की कृपा रहती है.

प्रदोष व्रत को हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. ये व्रत पूर्ण रुप से भगवान शिव को ही समर्पित रहती है. प्रदोष व्रत एक महीने में दो बार पड़ता है. एक तो कृष्ण पक्ष को पड़ता है दूसरा शुक्ल पक्ष को पड़ता है. एक साल में 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं. प्रदोष व्रत को त्रयोदशी तिथि को रखते हैं. व्यक्ति विधि-विधान से इस दिन भगवान शंकर की पूजा अर्चना करता है. जो लोग इस व्रत को करते हैं, उस पर भगवान शंकर की कृपा विशेष रुप से बन जाती है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कब है प्रदोष व्रत, उसकी क्या पूजा-विधि और महत्व है.
प्रदोष व्रत इस बार 7 जुलाई 2021 यानी बुधवार को पड़ रहा है. धार्मिक मान्यताओं पर गौर करें तो सप्ताह के सातों हिन के प्रदोष व्रत का अपना एक अलग ही महत्व होता है. बुधवार को जो प्रदोष व्रत पड़ता है और जो व्यक्ति इसे रखता है उसे संतान सुख की प्राप्ति होती है. साथ ही संतान पक्ष को लाभ भी होता है.
त्रयोदशी तिथि के मुहूर्त का समय
शुरुआत- 01:02 am, july 7
समाप्त- 3:20 am, july 08
प्रदोष काल- शाम 7:12 बजे से 9: 20 बजे तक, 7 जुलाई
प्रदोष काल में होती है पूजा
प्रदोष काल में प्रदोष व्रत की पूजा की जाती है. संध्या के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले प्रदोष काल शुरू हो जाता है.
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