आज है शनि अमावस्या, जो लोग हैं साढ़ेसाती से परेशान जरूर करें ये काम

Smart News Team, Last updated: Sat, 10th Jul 2021, 8:46 AM IST
  • 10 जुलाई यानी आज के दिन शनिश्चरी अमावस्या मनाया जाने वाला है. इस दिन स्नान आदि कर दान करने का विश्ष महत्व होता है. वैसे इस बार दो दिन अमावस्या मनाया जा रहा है.
शनिचरी अमावस्या का प्रभाव

आषाढ़ अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार 9 जुलाई 2021 यानी दिन शुक्रवार सुबह 5 बजकर 16 मिनट से शुरू हो चुकी है. 10 जुलाई 7 बजे तक अमावस्या तिथि रहने वाली है. हालांकि ये कहा जा रहा है कि इस अमावस्या का प्रभाव 10 जुलाई को पूरे दिन रहेगा. ऐसे में एक दिन नहीं बल्कि इस बार दो दिन अमावस्या मनाई जाने वाली है. 9 जुलाई यानी कल के दिन हलहारिमी अमावस्या मनाया गया, इस दिन लोग खेतों की जुताई नहीं करते हैं. बल्कि अपने बैल और हल की पूजा करते हैं. तो वहीं आज की बात करें तो शनिश्चरी अमावस्या है. दरअसल शनिवार के दिन अमावस्या की तिथि पड़ रही है. इसी कारण से इसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है. 

इस दिन जो लोग स्नान करके दान करते हैं, उनके सभी पाप खत्म हो जाते हैं. इस दिन जो लोग पितृ पूजा करते हैं उनके परिवार वालों की उम्र और सुख समृद्धि में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती है. शनिश्चरी अमावस्या को स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. जो लोग इस दिन पवित्र नदियों में या उनके जल को घर के पानी में मिलाकर स्नान करते हैं, उनका सभी पाप नष्ट हो जाता है. पंडित केदार नाथ मिश्र ने इस बारे में बात करते हुए कहा है इस दिन सूर्योदय से पहले ही स्नान आदि कर लेना चाहिए. साथ ही दान का संकल्प भी लेना चाहिए. 

इस दिन जो लोग जरूरतमंद हैं उन्हें तेल, जूते-चप्पल कपड़े, लकड़ का पलंग, काला छाता. काले कपड़े और उड़द की दाल दान करने से कुंडली में शनि का जो भी दोष होता है, उसे समाप्त किया जा सकता है. शनि की साढ़ेसाती जिन लोगों पर चल रही है, उन्हें सरसों के तेल में अपनी परछाईं देख लेना चाहिए और उसे दान कर देना चाहिए. काले घोड़े की नाल अपने दरवाजे पर जरुर लगाएं, कुत्ते को खाने के लिए रोटी दें. इतना ही नहीं बल्कि ऊं शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप करते हुए शाम को पश्चिम की ओर एक तेल का दीपक जलाएं और मंत्र पढ़ते हुए परिक्रमा करें उससे लाभ की प्राप्ति होगी.

 

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