मेरठ: ठंड ने तोड़ा 40 सालों का रिकॉर्ड, शिमला से ठंडा रहा शहर

Smart News Team, Last updated: Fri, 18th Dec 2020, 7:25 PM IST
  • मेरठ: पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा के बीच जारी शीतलहर के चलते मेरठ में जनजीवन प्रभावित हो गया है. गुरुवार को ठंड ने पिछले 40 वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया.
मेरठ में ठंड लगातार बढ़ती हुई

मेरठ: पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा के बीच जारी शीतलहर के चलते मेरठ में जनजीवन प्रभावित हो गया है. गुरुवार को ठंड ने पिछले 40 वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 14.5 डिग्री रहा. वहीं, जहां बुधवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था तो वहीं, गुरुवार को यह 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा था. न्यूनतम तापमान में भी 2.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई.

हैरत की बात तो ये है कि गुरुवार को शिमला से भी अधिक ठंड मेरठ में रही. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले दो दिनों तक मौसम इसी तरह ठंडा रहेगा. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त होने लगा है. दोपहर के कुछ घटों की बात छोड़ दी जाए तो आबूलेन, बेगमपुल, शारदा रोड, घटाघर जैसे व्यस्त स्थानों पर भी लोगों की आवाजाही रोज की अपेक्षा काफी कम रही. सूर्यदेव के अस्त होते ही लोग बाहर निकलने से बचते रहे, रात में सड़कें लगभग सूनी हो गईं. ऐसे में रात में सफर करने वाले मुसाफिरों और राहगीरों को काफी संकट का सामना करना पड़ रहा है.

मेरठ में रविवार सुबह छाया कोहरा, आने वाले दिनों में बढ़ेगा ठंड का प्रकोप

मौसम विभाग ने अगले तीन दिन कोल्ड डे ही घोषित कर रखा है. इसके बाद एक बार फिर कोहरे और धुंध का दौर शुरू हो सकता है. बहरहाल, दोपहर में सूर्यदेव के दर्शन होने से शीतलहर के बीच आशिक राहत जरूर मिली, लेकिन सड़क पर दोपहिया वाहन सवार और राहगीर कंपकंपाते ही नजर आए.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें