मेरठ-बागपत फॉरलेन हाईवे से प्रदूषण, मेरठ की AQI सात दिन से खराब, बागपत टॉप पर

Smart News Team, Last updated: 12/10/2020 05:16 PM IST
देश के 20 प्रदूषित शहरों की लिस्ट में मेरठ-बागपत टाप पर है. एयर क्वालिटी इंडेक्स 290 होने के कारण बागपत सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां ज्यादा प्रदूषण का कारण मेरठ-बगापत फॉरलेन हाईवे के निर्माण कार्य को बताया जा रहा है. प्रदेश के 11 प्रदूषित शहरों में भी मेरठ-सहारनपुर मंडल से आठ शहर शामिल हैं. मेरठ में भी सात दिन से हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में बनी हुई है.मेरठ-बागपत मार्ग पर फोरलेन हाईवे निर्माण का कार्य चल रहा है और सड़कों के किनारे लगे हरे-भरे पेड़-पौधे भी धूल-मिट्टी से सने पड़े हैं. जानकारी अनुसार यहां मेरठ-बागपत-सोनीपत फोरलेन का निर्माण किया जा  रहा है औऱ यह काम काफी तेजी से चल रहा है. जिसके चलते पूरे रोड पर धूल उड़ रही है. मेरठ बागपत रोड के किनारे लगे तमाम पेड़-पौधों का रंग बदल चुका है. लोग इस धूल के बीच आवाजाही कर रहे हैं. जो उनके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकती है और उन्हें बीमार बना सकती है. इस धूल के बीच जान जोखिम में डालकर लोग आवाजाही करने को मजबूर हैं. सड़को पर इतनी धऊल उड़ रही है. आगे आ रहे वाहनों को देखना भी मुश्किल है. जिस कारण लोगों पर हादसे का शिकार होने का खतरा बना हुआ रहता है. दूसरा हवा में धूल की मात्रा इतनी ज्यादा है कि अगर इस धूल-मिट्टी के कण यहां से गुजरने वाले लोगों की सांसों के साथ शरीर में प्रवेश कर जाएं तो वे सांस या अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं. मेरठ-बागपत मार्ग पर प्रदूषण की स्थिति यह है कि यहां उड़ती धूल के गुबार से लोग परेशान हैं. इस मार्ग पर करीब 30 किलोमीटर तक का क्षेत्र बुरी तरह से धूल-मिट्टी और प्रदूषण की चपेट में है. 

सम्बंधित वीडियो गैलरी