कांटी विधानसभा सीट: एक बार भी नहीं आई BJP के हिस्से, जानें क्या है चुनावी समीकरण

बिहार विधानसभा 2020 चुनाव का तीसरा मतदान 3 नवम्बर से को होने जा रहा है. जिसमे मुजफ्फरपुर के काँटी विधानसभा सीट पर मंगलवार को मतदान होने है. इस सीट पर इस बार चुनावी भिड़ंत मुख्यरूप से जेडीयू के मो. जमाल और राजद के मो. इसराइल मंसूरी के कांटे की टक्कर बताई जा रही है. इस सीट पर 2015 विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार अशोक कुमार चौधरी ने हम(सेक्युलर) के अजित कुमार को हराकर विधायक हुए थे. इनके अलावा लोजपा के विजय सिंह भी इस सीट के प्रबल दावेदार मने जा रहे है.
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इस सीट के वोटिंग समीकरण
इस विधानसभा सीट में कुल 2.93 लाख मतदाता है जिसमे से 1.57(53.6%) लाख पुरुष और 1.35(46.1%) लाख महिला मतदाता है. इस विधानसभा सीट पर पिछली बार कुल 65.2% प्रतिशत मतदान हुआ था. यह सीट अनुसूचित जाती के उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित है. इस सीट में अगर जातीय समीकरणों को देखे तो यादव, कुर्मी, कोइरी और राजपूत मतदाता की संख्या ठीक ठाक है जबकि मुस्लिम, भूमिहार और पासवान वोटरों का वोट अहम भूमिका निभाने वाला है.
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विधानसभा सीट का इतिहास
निर्दलीय प्रत्याशी अशोक कुमार चौधरी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में हम(सेक्युलर) के अजित कुमार को 9,275 मतों के अंतर से हराकर विधायक हुए थे. कांग्रेस इस सीट पर 1972 के बाद से अभी तक चुनाव नहीं जीत आई है और भाजपा भी इस सीट पर आज तक एक बार भी चुनाव नहीं जीत पाई है. इस सीट पर सबसे ज्यादा पांच बार कांग्रेस और दो दो बार जदयू और जनता दल चुनाव जीत चुकी है और साथ ही सुराज्य पार्टी के उम्मीदवार भी चुनाव जीत चुके है.
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