मुजफ्फरपुर: वन जीपी- वन बीसी योजना के तहत जिले की 386 पंचायतों में जीविका दीदी चलाएगी बैंक

Smart News Team, Last updated: Sat, 14th Aug 2021, 8:05 AM IST
  • केंद्र सरकार की वन जीपी- वन बीसी योजना के तहत मुजफ्फरपुर जिले की 386 पंचायतों में बैंकों को चलाने के लिए जीविका दीदी को नियुक्त किया जाएगा. इसके लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में जीविका दीदी को ट्रेनिंग दी जा रही है. दस दिनों की ट्रैनिंग के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैकिंग एक ऑनलाइन परिक्षा का आयोजन करेगी.
मुजफ्फरपुर जिले में जीविका दीदी चलाएगी बैंक.( सांकेतिक फोटो )

चंदन चौधरी, मुजफ्फरपुर

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई पहल शुरू की गई है. अब जिले की 386 पंचायतों में बैंक चलाने के लिए जीविका दीदी को बिजनेस कॉरेसपोंडेंट पर नियुक्त किया जाएगा. केंद्र सरकार की वन जीपी- वन बीसी योजना के तहत जिले की पंचायतों में बैंको के लिए ग्राहक सहायता केंद्र खोले जाएंगे. जिनका संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाएं( जीविका दीदी) करेंगी. स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदियों ने बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नई आर्थिक और समाजिक क्रांति की पहल की है.

वन जीपी- वन बीसी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सिकंदरपुर स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में जीविका दीदी को ट्रेनिंग दी जा रही है. दस दिनों की ट्रैनिंग के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैकिंग की ओर से एक ऑनलाइन परिक्षा ली जायेगी. परीक्षा में सफल होने वाली महिलाएं अपनी ग्राम पंचायत में ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) चलाएंगी. जिससे स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को अपने गांव व आसपास के इलाकों में रोजगार मिल सकेगा. पंचायतों में आसपास की बैंक शाखाएं अपना-अपना सीएसपी खोलेंगी. 

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वन जीपी- वन बीसी योजना के तहत सिकंदरपुर स्थित सेंट-आरसेटी में ट्रेनिंग शुरु हो गई है. एलडीएम गणेशदत्त शर्मा ने बताया कि इस योजना से एसएचसी की महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी. सेंट-आरसेटी के निदेशक एनके सिंह ने बताया कि फिलहाल बीसी के लिए बैचवार महिलाओं की ट्रैनिंग शुरू हो गई है. हर बैच में दस जीविका दीदी शामिल है.

वन जीपी वन बीसी योजना के तहत जिले की सभी पंचायतों तक बैकिंग सुविधाएं पहुंच पायेंगी. इससे ग्रामीणों को अपनी पंचायत में ही बैक खाता खोलने, जमा व निकासी आदि की सुविधाए मिल सकेगी. जिससे लोगों को बैकिंग कार्य के लिए शहरों में जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी.

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