आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा, मुजफ्फरपुर के 8 अस्पताल निलंबित
- आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा करने के मामले में मुजफ्फरपुर में आठ अस्पतालों को राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति ने निलंबित कर दिया है.

मुजफ्फरपुर. आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति ने अस्पतालों की थर्ड पार्टी ऑडिट में सूबे के आठ अस्पतालों का फर्जीवाड़ा पकड़ा है. इन्हें क्रिमिनल केस की चेतावनी देते हुए आयुष्मान भारत योजना से निलंबित कर दिया गया है. सूबे के साथ मुज़फ्फरपुर, गोपालगंज, नालंदा, समस्तीपुर, गया और दरभंगा जिलों के अस्पताल इसमें शामिल है.
राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर अमिताभ सिंह ने कहा है कि अस्पतालों के भुगतान के लिए प्रस्तुत विपत्र के बाद ऑडिट में छह जिलों के 8 अस्पताल में गड़बड़ी पकड़ी गई है. सभी अस्पतालों को निलंबित कर स्पष्टीकरण मांगा है. उत्तर ना मिलने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
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ऑडिट जांच में मुजफ्फरपुर किशोर कुमार पासवान व उनकी पत्नी जय लक्ष्य देवी का 2 महीने के भीतर 5 बार ऑपरेशन दिखाया गया. जय लक्ष्मी देवी ने ऑडिट टीम को बताया कि उनके पति कभी उस अस्पताल में भर्ती नहीं हुए और उनकी मौत हो चुकी है. दूसरे केस में मुज़फ्फरपुर की राजकुमारी देवी के साथ उनके बेटे अजय ठाकुर का एक ही समय में तीन बार ऑपरेशन दिखाया गया. इस पर अजय ठाकुर ने कहा उनका कोई ऑपरेशन नहीं हुआ. एक अन्य केस के बिल में गैस्ट्रो ऑपरेशन का मरीज ईएनटी का निकला. राज्य सुरक्षा समिति के पास ऑडिट टीम ने रिपोर्ट के साथ मरीजों के बयान भेज दिए हैं.
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आयुष्मान भारत के तहत 252 अस्पतालों की जांच की जानी है. अभी तक सूबे के सभी आठों अस्पतालों फर्जीवाड़े में निलंबित है. स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सामने भुगतान के लिए जब अस्पताल अपने मरीजों के बिल पेश करता है तो उनकी थर्ड पार्टी ऑडिट होती है. इसी तरीके से अभी जांच चल रही है.
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