मुजफ्फरपुर की हवा में सुधार, प्रदूषण ग्राफ रेड जोन से गिरकर येलो हुआ
- राहत की खबर है कि मुजफ्फरपुर की हवा में सुधार हुआ है. प्रदूषण का ग्राफ रेड से येलो जोन में पहुंच गया है. लेकिन डबल्यूएचओ के तय मानक के अनुसार मुजफ्फरपुर की हवा अभी भी 26.8 गुना प्रदूषित है. सदर अस्पताल के मेडिसीन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार के अनुसार प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं.

मुजफ्फरपुर. सोमवार को मुजफ्फरपुर की हवा में सुधार देखने को मिला है. हालांकि शहर की हवा अभी भी प्रदूषित है. डबल्यूएचओ द्वारा स्वच्छ हवा के तय मानक के अनुसार मुजफ्फरपुर की हवा अभी भी 26.8 गुना प्रदूषित है. जिले में दीपावली के बाद से यह स्थिति बनी हुई है. दीवाली में जमकर हुए आतिशबाजी के बाद हवा की गुणवत्ता रेड जोन यानि बहुत ही ज्यादा प्रदूषित हो गई थी. हालांकि राहत की बात है कि अब शहर की हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा है. हवा के प्रदूषण की गुणवत्ता रेड जोन से पहुंचकर येलो जोन में आ गई है.
मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के मेडिसीन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार के अनुसार प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं. इससे बचने के लिए लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें. साथ ही कचरे को कहीं भी नहीं जलाएं. शहर में जाम की समस्या में भी प्रदूषण के स्तर को बढ़ने में काफी सहायक है. लोगों को इससे बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है.
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एक्यूआई की वेबसाईट के मुताबिक सोमवार सुबह 11 बजे मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ(AQI) 181 पर पहुंच गया है. वहीं राजधानी पटना का एक्यूआइ 222 और गया का 175 है. हवा में प्रदूषण की मात्र बढ़ने से लोगों को सांस लेने में परेशानी की समस्या बढ़ गई है. इससे छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग सब परेशान है.डबल्यूएचओ के अनुसार शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ को अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
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