मुजफ्फरपुर मोतियाबिंद कांड: जिन मरीजों के आंख में है परेशानी उनका पटना IGIMS में होगा इलाज

Somya Sri, Last updated: Fri, 3rd Dec 2021, 1:59 PM IST
  • बिहार के मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद आंख में गड़बड़ी, परेशानी या किसी प्रकार की खराबी आने पर मरीजों का इलाज पटना के आईजीआईएमएस में होगा. इस मामले में आईजीआईएमएस प्रशासन ने 20 बेड का एक अलग वार्ड बनाया है. मुजफ्फरपुर जिले के जोरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल में 22 नवंबर को 65 लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. आंखों में अचानक संक्रमण होने के कारण 15 लोगों की आंखों की रोशनी निकाल दी गई थी.
मुजफ्फरपुर मोतियाबिंद कांड: जिन मरीजों के आंख में है परेशानी उनका पटना IGIMS में होगा इलाज (फाइल फोटो)

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद आंख में गड़बड़ी, परेशानी या किसी प्रकार की खराबी आने वाले मरीजों का इलाज पटना के आईजीआईएमएस में होगा. इस मामले में आईजीआईएमएस प्रशासन ने 20 बेड का एक अलग वार्ड बनाया है जहां इन मरीजों को भर्ती किया जाएगा. हालांकि खबर है कि इन मरीजों को अभी तक मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल से आईजीआईएमएस अस्पताल स्थानांतरित नहीं किया गया है. लेकिन खबर है कि उपचार की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है और जल्द ही इन मरीजों को आईजीआईएमएस में इलाज के लिए ले जाया जाएगा.

क्या है मामला?

बता दें कि मुजफ्फरपुर जिले के जोरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल में 22 नवंबर को 65 लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद लोगों की आंखों में अचानक संक्रमण होने लगा और एक के बाद एक डॉक्टरों ने 15 लोगों की आंखें हमेशा के लिए निकाल दी. यानी 15 लोगों की आंखों की रोशनी निकाल दी गई. आंकड़ों के मुताबिक आई हॉस्पिटल ने 4 मरीजों की आंख निकाली जबकि 11 मरीजों का आंख एसकेएमसीएच में निकाला गया.

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बता दें कि मुजफ्फरपुर मोतियाबिंद कांड के बाद सीएस के बयान पर ब्रह्मा पूरा थाने में आई हॉस्पिटल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. वहीं ऑपरेशन में गड़बड़ी मामले की जांच इस वक्त 3 टीम कर रही है. स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. हरिश्चन्द्र ओझा ने कहा कि कई स्तरों पर जांच चल रही है. राज्य सरकार पूरे मामले की सीधी मॉनिटरिंग कर रही है. जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी मिलेगा उस पर कार्रवाई होगी. अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया जाएगा. वहीं सीएस डॉ.विनय कुमार ने कहा कि राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी जा रही है. सभी संक्रमित मरीजों पर विभाग की नजर है.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएम प्रणव कुमार का कहना है कि सभी पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा. डीएम का कहना है कि इस संबंध में राज्य सरकार को गुरुवार को ही प्रस्ताव भेज दिया गया है.

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