कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू, 60 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया जाएगा
- कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिले में तैयारियां शुरू हो गई है. चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की ज्यादा संभावना है. इस कारण बच्चों के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा कोरोना मरीजों के लिए 60 बेड का विशेष वार्ड भी बनाया जाएगा.
मुजफ्फरपुर. वैज्ञानिकों और विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों की ओर से कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर दी गई चेतावनी के बाद से विभिन्न राज्यों की सरकार तैयारियों में जुट गई है. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर में 60 बेडों का स्पेशल वार्ड बनाने की भी तैयारी जारी है. कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमण की चपेट में आने की संभावना अधिक है. इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनके लिए अस्पतालों में अलग से तैयारियां की जारी है. इसके अलावा ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू रूप से अस्पतालों में उपलब्ध रहे, इसके लिए दवा से ऑक्सीजन तैयार करने वाली 10 मशीनों को रिजर्व रखा जाएगा.
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक शिशु रोग विभागध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर ने विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ मंथन करके रिपोर्ट बनाई है. इस रिपोर्ट को प्राचार्य एवं अधीक्षक को सौंप दिया जाएगा. जिसके बाद अधीक्षक अपने स्तर से इसे मुख्यालय भेज देंगे. इस संबंध में डॉक्टर साहनी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा युवा संक्रमण की चपेट में रहे है. इसी तरह कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती है. उन्होंने बताया कि तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है. इसके लिए दवा, उपकरण एवं अन्य जरूरी सामानों की सूची बना ली गई है.
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वहीं कोरोना मरीजों के लिए पुराने भवन में वार्ड 11 और 12 को रिजर्व रखा जाएगा. जिसमें 60 बेड की क्षमता रहेगी. इनमें 40 बेड आईसीयू वाले, 20 बेड वेंटिलेटर व 20 बेड वाईपैप मशीन की व्यवस्था वाले और 20 बेड सामान्य मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे. अस्पतालों में 116 डॉक्टरों पाली के हिसाब से 24 घंटों में सातों दिन अपनी सेवा देंगे. साथ ही बच्चों के लिए जरूरी दवाओं को भरपूर मात्रा में अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा. इसके अलावा मुख्यालय से एक हजार हाई प्लो नोजल मास्क भी मंगाया जाएगा.
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