Chhath Puja 2021: खरना पूजा से लेकर अर्घ्य तक छठ पर्व में बन रहे कई विशेष योग, इन राशियों के लिए फलदायी

Pallawi Kumari, Last updated: Tue, 9th Nov 2021, 6:47 AM IST
  • महापर्व छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना का खास महत्व होता है. वहीं इस साल छठ पर खरना से लेकर भोर अर्घ्य तक कई विशेष योग बन रहे हैं. कार्तिक मास की शुक्ल पंचमी को खरना वहीं सूर्य षष्ठी और सप्तनी को सूर्यदेव की अराधना की जाएगा. इसमें छठ करने वाली व्रती से लेकर श्रद्धालुओं को भी विशेष फल प्राप्त होगा.
खरना पूजा से लेकर अर्घ्य तक छठ पर्व में बन रहे कई विशेष योग.

इस साल छठ पर्व पर खरना पूजा से लेकर दूसरे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक कई विशे। योग बन रहे हैं. आज यानी 9 नवंबर को छठ पूजा का खरना है. वहीं 10 नवंबर को पहला अर्घ्य और 11 नवंबर क सूर्य देव को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा. छठ पूजा का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होतक सप्तमी तिथि तक मनाय जाता है. ऐसा माना जाता है कि छठ के दौरान पड़ने वाले कार्तिक मास की सूर्य षष्ठी और सप्तमी पर सूर्यदेव की अराधना से अरोग्य और यश की प्राप्ति होती है. आइये जानते हैं किस बन रहा कौन सा योग.

खरना पर बुधादित्य और रसकेसरी योग- 9 नवंबर मंगलवार को छठ पर्व के दूसरे खरना पूजा पर बुधादित्य और रसकेसरी बन रहा है. इस दिन धनु राशि पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में, तुला राशि में मंगल, बुध और यूर्य रहेंगे. वृश्चिक केंद्र में होंगे, धनु शुक्र और चंद्र एंव वृष राहु में होंगे.

Chhath Puja 2021: एक क्लिक में जानें छठ पूजा की सारी जानकारी, नहाय खाय, खरना और संध्या-सुबह अर्घ्य का समय

संध्या अर्घ्य पर अस्ताचलगामी से अनफा योग-10 नवंबर बुधवार को छठ पूजा में सूर्यदेव को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. इसे संध्या या सांझ का अर्घ्य भी कहा जाता है. छठ पूजा के पहले अर्घ्य के दिन मकर राशि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में है. तुला राशि सूर्य में, मंगल और बुध, वृश्चिक में केतु, धनु में शुक्र, मकर में शशिचंद्र, गुरु, वृष में राहु रहेंगे. वहीं गुरु चंद्रमा के साथ रहने से गजकेसरी और चंद्रमा से द्वादश भाव में शुक्र रहने से अनफा योग बनेगा.

भोग अर्घ्य पर अमलकीर्ति योग- 11 नवंबर को छठ पूजा के दूसरे अर्घ्य उषा अर्घ्य या उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के दिन चंद्रमा से दशम भाव में बुध रहने पर अमलकीर्ति योग बन रहा है.

इस साल छठ पर बन रहे योग को लेकर ज्योतिषाचार्य आचार्य पीके युग का कहना है कि, छठ पर बन रहे अनफा योग से व्रथी से लेकर श्रद्धालुओं की मानसिक प्रसन्नता बढ़ेगी. सूर्य औऱ मंगल की युति से बनने वाले पराक्रम योग से अरोग्यता बढ़ेगी और अमलकीर्ति योग से समाजिक यश, पद प्रतिष्ठा और व्यापार क्षेत्र में वद्धि आएगी.

Chhath Puja 2021: छठ पूजा के दूसरे दिन 9 नवंबर को खरना, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें