मुजफ्फरपुर जिले में तेजी से बढ़ रहा कोरोना, जांच की रफ्तार धीमी
- कोरोना जांच की रफ्तार तेज करने के लिए राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार घोषणा की जांच जा रही है लेकिन अभी भी जांच की रफ्तार धीमी

मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है लेकिन जांच की रफ्तार धीमी है। इस कारण अब तक जिले में कोरोना मरीजों के वास्तविक संख्या का आकलन नहीं हो सका है। जिले में अब तक महज 20,659 कोरोना पॉजिटिव लोगों की जांच हो सकी है। कोरोना जांच की रफ्तार तेज करने के लिए राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार घोषणा की जा रही है लेकिन अभी भी जांच की रफ्तार धीमी है। बीते सात दिनों में जिले में कोरोना के 4895 संदिग्धों के सैंपल की जांच की गई है। इसमें 4582 कोरोना जांच रैपिड एंटीजन किट से की गई है। वहीं 313 जांच आरटी-पीसीआर से की गई है। जांच में तेजी नहीं देख स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर दिन एक हजार कोरोना के संदिग्धों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि अब भी कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच नहीं के बराबर हो रही है। इससे जांच में तेजी नहीं आ रही है।
जिले में 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच नहीं होने की बात लगातार सामने आ रही है। जिसमें शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अघोरिया बाजार, बालूघाट एवं ब्रह्मपुरा में कोरोना जांच नहीं हो रही है। साथ ही पारू, मुरौल, मुशहरी, मोतीपुर,कटरा,बोचहां व बंदरा में एंटीजन कीट से जांच काफी कम हो रही है या नहीं के बराबर हो रही है। इन प्राथमिक स्वास्थ्य के 24 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था।
डीएम ने कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए सभी पीएचसी को हर दिन एंटीजन किट से पचास जांच करने कर आदेश दिया था। जो नहीं हो पा रहा है। कहीं टेक्निशियन की कमी आड़े आ रही है तो कहीं मोहल्लेवासी कोरोना जांच पीएचसी में नहीं करने दे रहे हैं।
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