मुजफ्फरपुर की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर तक पहुंची, एक्यूआई 450 के पार
- जिले में आए दिन प्रदूषण का स्तर बेहद खराब होता जा रहा है. रविवार को देश के बेहद प्रदूषित शहरों की लिस्ट में मुजफ्फरपुर का नाम भी शामिल रहा. पिछले 24 घंटे यहां का वातावरण बेहद खराब स्तर तक पहुंच गया.
मुजफ्फरपुर. दिसंबर में ठंड पूरे जोरों पर हैं. रोजाना तापमान कम हो रहा है. धुंध और कोहरा छाने से विजिबिलिटी कम होती जा रही है. इस बीच मुजफ्फरपुर की हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है. रविवार को मुजफ्फरपुर देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. यहां शाम 4 बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 453 रिकॉर्ड किया गया. इससे पहले इसी वर्ष 7 जनवरी को मुजफ्फरपुर देश के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में शुमार रहा.
स्वास्थ्य के लिहाज से एक्यूआई का स्तर 50 होना चाहिए. चिकित्सकों के मुताबिक हवा की गुणवत्ता का स्तर 100 तक भी हो जाए तो स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर नहीं डालता है, लेकिन इससे अधिक होने पर एलर्जी सहित कई तरह की समस्या होने लगती हैं. दमा के मरीजों के लिए ऐसी हवा अत्यंत खतरनाक होती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों में 20 दिसंबर को मुजफ्फरपुर देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर माना गया. इस साल मार्च में लॉकडाउन के बाद से शहर की हवा अच्छी हो गई थी, लेकिन अक्टूबर में अनलॉक होते ही शहर की हवा खराब होने लगी.
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दिवाली के समय शहर का एक्यूआई 400 के करीब था. एक-दो सप्ताह में एक्यूआई में कमी आई लेकिन यह 150 से 300 के करीब रहा. हालांकि 24 घंटों में मुजफ्फरपुर की हवा अचानक अत्यंत खराब हो गई. 19 दिसंबर को यहां का एक्यूआई 248 रिकॉर्ड किया गया था, जो 24 घंटे में करीब दोगुना हो गया़. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक ठंड में हवा के साथ जहरीली गैस घुल जाती है. इस कारण वातावरण में प्रदूषण बढ़ जाता है और हवा का स्तर काफी खराब हो जाता है.
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