तीन हजार या उससे अधिक आबादी वाले गांवों में बनेगी पंचायत, प्रक्रिया शुरू

Smart News Team, Last updated: Tue, 23rd Feb 2021, 3:13 PM IST
  • जिले में पंचायत चुनावों के नजदीक आते ही सरगर्मियां तेज हो गई हैं. डीएम प्रणव कुमार की ओर से आठ प्रखंडों के बीडीओ को तीन हजार से ज्यादा आबादी वाले गांवों को पंचायत बनाकर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.
मुजफ्फरपुर नगर निगम (फाइल फोटो)

मुजफ्फरपुर. जिले में पंचायत चुनव नजदीक हैं. इस बीच नई पंचायतों के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. डीएम प्रणव कुमार ने आठ प्रखंडों के बीडीओ को निर्देश जारी कर दिया है कि नगर निकाय के गठन के बाद तीन हजार या उससे अधिक आबादी वाले गांवों को मिलाकर पंचायत बनाई जाए. तीन हजार से कम आबादी वाले गांवों को पास की पंचायत में शामिल किया जाएगा.

गौर हो कि नगर निकाय के गठन के बाद कई पंचायतों का विघटन हुआ है. विघटन के बाद भी 1991 की जनगणना के अनुसार तीन हजार या उससे अधिक आबादी बच जाने वाले गांव को पूर्व नाम के साथ ग्राम पंचायत के रूप में रहने दिया जाएगा. डीएम ने जारी निर्देश में संबंधित बीडीओ से एक हफ्ते में एसडीओ रिपोर्ट देने को कहा है. उल्लेखनीय है कि जिले में सात नई नगर पंचायतों के गठन और तीन नगर पंचायत के नगर परिषद में विस्तार होने से कई पंचायतों की भोगौलिक स्थिति में बदलाव आया है. इससे जिले की 28 पंचायतें प्रभावित हो गई हैं.

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छह पंचायतों का संपूर्ण भाग निकाय में शामिल हो गया है. बाकी 22 पंचायतों में से करीब 12 पंचायतों की आबादी तीन हजार से ज्यादा है. करीब दस पंचायतों का विलय दूसरी में हो जाएगा. बीडीओ की रिपोर्ट के बाद ही सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. दस पंचायतों का विलय अगर दूसरे में हो जाता है तो जिले में पंचायतों की संख्या 369 हो जाएगी.

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