मुजफ्फरपुर में अनियमितता की भेंट चढ़ी नल जल योजना, लोगों की नहीं मिल पा रहा लाभ
- 2016 में शुरू की गई नल जल योजना जिले में सही ढंग से लागू नहीं हो पाई है. योजना के तहत दो महीने पहले बिछाई गई पाइपलाइन की पाइपें टूट चुकी हैं. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते लोगों के घरों तक स्वच्छ पेयजल नहीं पहुंच रहा है.
मुजफ्फरपुर. जिले में नल जल योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है. मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की ओर से 2016 में शुरू की गई नल जल योजना अनियमितता की भेंट चढ़ गई है. सात निश्चय के तहत हर घऱ नल का जल योजना को शुरू किया गया था ताकि आम लोगों के घर तक स्वच्छ जल पहुंचाया जा सके लेकिन संबंधित अफसरों की अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की सुस्ती के कारण इस योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.
इस योजना में गड़बड़ी के बारे में शिकायतें डीएम से लेकर सीएम के दरबार तक पहुंची. सरकार ने आला अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए लेकिन अब तक योजना को सही ढंग से लागू करने की दिशा में कोई सुधार दिखाई नहीं दे रहा है. गांवों में पानी की टंकियां लगाई गईं, पाइप लाइन बिछाकर नल लगाए गए लेकिन कई वार्ड ऐसे भी हैं जहां लोगों के घरों तक योजना के तहत जल नहीं पहुंच पा रहा है.
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इस योजना को लागू करने के लिए एजेंसी की ओर से पाइप बिछाने के लिए सड़कों को तोड़ा गया, जिससे लोगों के लिए एक और परेशानी खड़ी हो गई और सड़कों से लोगों का वाहन लेकर गुजरना मुश्किल हो गया है. बीडीओ आनंद मोहन का कहना है कि संवेदक को ही पाइप बिछाने के बाद टूटी सड़क की मरम्मत करानी है. कई जगहों पर बिछाई गई पाइपें भी टूट चुकी हैं और लोगों के घरों तक योजना के तहत स्वच्छ जल नहीं पहुंच रहा है.
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