मुजफ्फरपुर में लीची की उपज बढ़ाने की कवायद तेज, नए किसानों को दी जा रही ट्रेनिंग

Smart News Team, Last updated: Tue, 16th Feb 2021, 11:36 AM IST
  • राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र (एनआरसीएल) की ओर से लीची की उपज का दायरा बढ़ाने के लिए किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं. जिनमें अधिक उपज की नवीनतम तकनीकों के बारे में किसानों को जानकारी दी जा रही है. 
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मुजफ्फरपुर. लीची की उपज बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र की ओर से कवायद तेज कर दी गई है. इसके तहत नए किसानों को ट्रेनिंग दी जा रही है और जिन किसानों के पहले ही लीची के बाग हैं, उन्हें उपज बढ़ाने की तकनीक के बारे में विशेषज्ञों की ओर से ट्रेनिंग दी जा रही है. एनआरसीएल लीची उपज का दायरा बढ़ाने में जुट गया है. जिन किसानों को ट्रेनिंग दी जा रही है, ट्रेनिंग लेने वाले किसानों में बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के किसान भी बड़ी गिनती में शामिल है.

एनआरसीएल के निदेशक डॉ. विशालनाथ ने जानकारी दी कि 10 से14 फरवरी तक पांच दिन तक पहले ट्रेनिंग शिविर में पांच जिलों के किसानों को ट्रेनिंग दी गई. अब नौ जिलों के किसानों को दूसरे चरण में ट्रेनिंग दी जाएगी. दूसरे चरण का प्रशिक्षण शिविर 22 फरवरी से शुरू होगा. लीची की उपज बढ़ने से किसानों को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचेगा. किसानों की ओर से भी प्रशिक्षण लेने के लिए रूचि दिखाई जा रही है.

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उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर में दस हजार हेक्टेयर में लीची की उपज होती है. मुजफ्फरपुर की शाही लीची की खेती अन्य राज्यों में भी होने लगी है. इस समय उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से शाही व चायना प्रजाति की लीची के 50 हजार पौधों की डिमांड है. ट्रेनिंग में उन्नत खेती के लिए नए और बाहर के किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

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