मुजफ्फरपुर: त्योहारी सीजन में छूट के चलते पटरी पर लौट रहा होलसेल का कारोबार
- कोरोना में ठप पड़े कारोबार से व्यवासियों को काफी नुकसान हुआ है. दुर्गा पूजा के बाद से लोग बाजार में खरीदारी करते दिखाई दे रहे हैं. थोक व्यवसायियों को भी अब बाजार में ग्राहकों को देख मंदी से उभरने की आस जगी है.

मुजफ्फरपुर. कोरोना से हुए लॉकडाउन से व्यवसायियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. लॉकडाउन में छूट के चलते अब उन्हें अपना व्यवसाय पटरी पर लौटने की उम्मीद है. व्यापारियों का कहना है कि दुर्गापूजा के बाद से ग्राहकों का दुकानों पर आना शुरू हुआ है. दिवाली से पहले रोजाना अब ग्राहकों में लगातार इजाफा हो रहा है. दुकानदारों का कहना है कि अब बाजार करीब 50 फीसद तक ट्रैक पर लौट आया है. हालांकि थोक बाजार में सप्लाई चेन पर इसका असर अभी दिख रहा है. कर्मचारियों की कमी से अभी दूसरे प्रदेशों में फैक्ट्रियां खुल नहीं सकी हैं। इससे मांग के अनुसार सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
थोक व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों के मुताबिक पिछले 36 वर्षों में ऐसी मंदी की मार कभी नहीं पड़ी, जितनी कोरोना काल में पड़ी है. ट्रांसपोर्ट प्रभावित होने के कारण सामान की आपूर्ति में परेशानी हुई. बाजार में सामान की मांग तो थी, लेकिन दूसरे प्रदेशों से ट्रांसपोर्ट बंद था. लॉकडाउन के बाद जब थोड़ी सी छूट मिली और कुछ नया सामान आने लगा तो ग्राहकों ने सुझाव दिया कि व्हाट्सएप पर नए सामान की तस्वीर साझा की जाए. इसको शुरू किया गया तो काफी बढि़या प्रतिक्रिया मिली. लॉकडाउन अवधि में ग्राहकों से जुड़े रहने के लिए फेसबुक पर पेज बनाकर उस पर भी नए आइटम को प्रतिदिन अपडेट किया जाता रहा. साथ ही उससे भी ग्राहकों के ऑर्डर लेकर सप्लाई भी दी गई. आगे इस तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए वेबसाइट बनेगी, ताकि ऑनलाइन ऑर्डर लिया जा सके.
कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से ऑनलाइन भुगतान में करीब 40 फीसद तक वृद्धि हुई है. दिनभर में जितने ग्राहक आते हैं, अधिकतर डिजिटल भुगतान करना पसंद कर रहे हैं. ऑफलाइन भुगतान करने वाले ग्राहकों को भी इसके लिए जागरूक किया जा रहा है. लॉकडाउन अवधि में सैंकड़ों की नौकरी चली गई और रोजगार से जुड़े लोगों को भी काफी घाटा हुआ. पहले लोग लग्जरी सामान खरीदारी करते थे, वहीं अब जरूरत और भविष्य में उपयोग आने वाली सामान की खरीदारी अधिक कर रहे हैं.
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कारोबारियों का कहना है कि दुर्गापूजा से पहले तक तो बाजार में पूरी तरह सन्नाटा था। खासकर होलसेल दुकानों में ग्राहक ना के बराबर थे. अब व्यवसाय ट्रैक पर लौट रहा है. इसकी क्षतिपूर्ति होने में पूरा वित्तीय वर्ष लग जाएगा. स्थिति सामान्य है. त्योहारी सीजन में ग्राहकों का सहयोग मिलता रहा तो जल्द पहले जैसी स्थिति लौटेगी.
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