एससी/एसटी मामले में पूर्व विधायक का पुत्र नामांकन कर पर्चा भरते ही गिरफ्तार

Smart News Team, Last updated: 20/10/2020 06:12 PM IST
  • बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए नामांकन जारी है. सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने समस्तीपुर के सरायरंजन सीट से अपना नामांकन पर्चा भरा. इसके अलावा मुजफ्फरपुर के कई विधायक समेत 55 उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में अपनी दावेदारी प्रस्तुत की. इसके अलावा बेतिया जिले से 20, समस्तीपुर से 31 और दरभंगा से भी 15 उम्मीदवार मैदान में उतरे.
  • मुजफ्फरपुर के औराई के पूर्व विधायक के पुत्र और सह निर्दलीय प्रत्याशी अखिलेश यादव को पुलिस ने नामांकन के बाद क्लेकरेट परिसर से एससी/एसटी मामले में गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इसके अतिरिक्त क्लेक्टरेट परिसर में दिन भर गहमा गहमी रही. समर्थकों की भीड़ के कारण रोड पर जाम लगता रहा. पुलिस और समर्थकों में नोकझोंक भी होती रही.
  • मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना क्षेत्र में दसवीं के छात्र का शव अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर पेड़ से लटका मिला. वह रविवार दोपहर से गायब था. शब को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल मामले संबंधी थाने में किसी ने शिकायत नहीं की है लेकिन हत्या की आशंका जताई है.
  • कोरोना से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है. आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड से कोरोना का इलाज होगा. इसकी स्वीकृति स्वास्थ्य मंत्रालय ने दे दी है. आयुष्मान भारत के तहत 93 अस्पतालों में कोरोना का इलाज होगा. इससे कोरोना के मरीजों को राहत मिलेगी. मुजफ्फरपुर में भी गोल्डन कार्ड से 9 अस्पतालों में इलाज कराने की सुविधा होगी. इसके लिए राशि का दायरा भी तय कर दिया गया है.
  • रिटायर्ड शिक्षक के घर लूटपाट करने गए बदमाशों ने विरोद करने पर शिक्षक का गला रेत दिया. जख्मी शिक्षक को इलाज के लिए स्थानीय पुलिस की मदद से अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. शिक्षक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. पता चला है कि शिक्षक घर की पहली मंजिल पर सो रहा था और उनकी पत्नी नीचे सो रही थी. घटना के समय वह दोनों ही घर थे. बदमाश पड़ोसी के घर की बाहरी दीवार के सहारे घर की पहली मंजिल की खिड़की के रास्ते घर में घुसा. शिक्षक की नींद खुल गई और बदमाश ने वारदात को अंजाम दे दिया.
  • विधानसभा चुनाव को लेकर मैदान में उतरे प्रत्याशियों की बेनामी संपत्ति की इंकम टेक्स से जांच कराने की सिफारिश की गई है. राजकीय स्पेशल एक्सपेंडीचर आब्जर्वर ने चुनाव आयोग को इसकी सलाह दी है. इसके अलावा शपथ पत्र में अंकित संपत्ति की जांच भी आयकर विभाग की मदद से करने की सिफारिश की गई है.

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