कोरोना का असर : पटना के श्मशान घाटों पर 50 दिन में जले 2841 कोविड शव

Smart News Team, Last updated: Mon, 24th May 2021, 2:45 PM IST
  • श्मशान घाट पर हुए दाह संस्कार मौत के डरावने आंकड़ें को बयां कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि कोविड शवों की तादाद इन दिनों छह से सात गुना तो सामान्य मतलब नॉन कोविड शवों की संख्या दो से तीन गुना बढ़ गई. राजधानी पटना के पांच श्मशान घाट पर पिछले 50 दिनों में 2841 कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया है. जबकि इससे भी ज्यादा सामान्य नॉन कोविड के 3247 शवों का दाह संस्कार हुआ.
पटना के पांच श्मशान घाट पर पिछले 50 दिनों में 2841 कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया.

पटना- देश के साथ-साथ बिहार में भी कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है. कोरोना संक्रमण से मौतों का सिलसिला जारी है. श्मशान घाट पर हुए दाह संस्कार मौत के डरावने आंकड़ें को बयां कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि कोविड शवों की तादाद इन दिनों छह से सात गुना तो सामान्य मतलब नॉन कोविड शवों की संख्या दो से तीन गुना बढ़ गई. राजधानी पटना के पांच श्मशान घाट पर पिछले 50 दिनों में 2841 कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया है. जबकि इससे भी ज्यादा सामान्य नॉन कोविड के 3247 शवों का दाह संस्कार हुआ.

आंकड़े बताते हैं कि राजधानी पटना के अलावा मनेर के हल्दी छपरा, फतुहा और बाढ़ उमानाथ में भी रोजाना 20 से 25 कोविड शवों का अंतिम संस्कार हुआ. यानि, इस तरह पटना के बाहर के घाटों पर रोजाना 20 के हिसाब से 50 दिन में करीब एक हजार कोविड शवों का अंतिम संस्कार हुआ. बता दें कि मार्च में कोविड के 217 और सामान्य 713 शवों का अंतिम संस्कार हुआ तो अप्रैल में इसकी संख्या बढ़कर क्रमश: 1489 और 2018 शवों का अंतिम संस्कार हुआ. मार्च की तुलना में कोविड शवों की संख्या सात गुणा और नॉन कोविड की तीन गुणा बढ़ गई.

बिहार में लॉकडाउन 1 जून तक बढ़ा, जारी रहेंगी पाबंदियां, CM नीतीश ने किया ट्वीट

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मरने वालों की तादाद अप्रैल माह में अपने चरम पर था. आंकड़ों की मानें तो सबसे अधिक अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कोरोना से लोगों की मौत हुई. बांस घाट, गुलबी घाट और खाजेकलां घाट पर 28 अप्रैल को एक दिन में 240 शव जलाए गए थे. इसमें कोविड और नॉन कोविड दोनों तरह के शव शामिल थे. वहीं पिछले वर्ष 2020 में मार्च से मई महीने के बीच बांस घाट पर एक दिन में अधिकतम 24 कोविड शव को जलाया गया था. जबकि इस वर्ष बांस घाट पर एक दिन में अधिकतम 100 कोविड शव जलाया गया.

खुशखबरी! बिहार में स्कूली बच्चों को जल्द मिल सकता है स्मार्टफोन या टैबलेट, जानें डिटेल्स

बिहार में रेमडेसविर इंजेक्शन के साइड इफेक्ट की जांच शुरू, मिली थीं कई शिकायतें

पूर्व मध्य रेलवे ने 5 जोड़ी मेल एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें की रद्द, देखें लिस्ट

पटना में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी, 100 अस्पतालों में होगा इलाज

पूर्व CM मांझी ने फिर बोला हमला, कहा- वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के साथ डेथ सर्टिफिकेट पर भी हो PM की फोटो

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें