बिहार में कोरोना का टीका लगवाने के लिए आधार नंबर देना ज़रूरी
- कोरोना टीकाकरण के तहत अब आधार नंबर देने के बाद ही किसी को टीका लगाया जाएगा. कोरोना जांच में मिली खामियों के चलते स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जनों को ये निर्देश जारी किया है.
पटना: बिहार में कोरोना टीकाकरण के तहत अब आधार नंबर देने के बाद ही किसी को टीका लगाया जाएगा. कोरोना जांच में मिली खामियों के चलते स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जनों को ये निर्देश जारी किया है. फिलहाल इस निर्देश को तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है.
दरअसल पहले कोरोना की जांच के लिए मोबाइल नंबर देना अनिवार्य हुआ था लेकिन इसको लेकर कई जिलों में गड़बड़ी देखने में आई. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कराई गई जांच में गलत मोबाइल नंबर अंकित मिले. जिसके बाद ही अब आधार नंबर देना जरूरी कर दिया गया है. बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना टीकाकरण के लिए आधार नंबर अंकित करना अनिवार्य किया गया है. उन्होंने कहा कि ये सभी चरणों के लिए लागू होगा.
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टीकाकरण अभियान के तहत पहले चरण में 3 लाख 96 हजार 740 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना का पहला डोज़ दिया जा चुका है. वहीं, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. अब तक 92 हजार 709 फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया गया है. वहीं, पहले चरण के टीकाकरण के तहत टीका लेने वालों को दूसरे डोज के लिए भी इसे अनिवार्य किया गया है।
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बिहार में पहले चरण के स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना टीका का दूसरा डोज़ आज से शुरू होगा. आपको बता दें कि बिहार में 16 जनवरी को कोरोना का पहला डोज़ दिया गया था और 28 दिन के बाद इसका दूसरा डोज़ दिया जाना तय है.
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