पटना: तेज रफ्तार से सड़कें होती रहीं 'लाल', एक साल में 579 लोगों की गई जान

Ruchi Sharma, Last updated: Sat, 11th Dec 2021, 9:36 AM IST
  • पटना में इस साल होने वाले सड़क हादसों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सड़कों को लाल करते हुए पटना में एक साल में 579 लोगों की सड़क हदसे में मौत हो चुकी है, जबकि 490 लोग घायल हो चुके हैं. इन सड़क हादसों के पीछे सबसे बड़ा कारण तेज रफ्तार व लहरिया कट है.
पटना: तेज रफ्तार से सड़कें होती रहीं 'लाल', एक साल में 579 लोगों की गई जान

पटना. बिहार की राजधानी पटना में दिन प्रतिदिन सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं. सख्त कानून के बावजूद भी शहर में हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. खासकर बेली रोड पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान भी जाती है. कई गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं तो कोई तो कई जिंदगी से हार जाते हैं. इन सड़क हादसों के पीछे सबसे बड़ा कारण तेज रफ्तार व लहरिया कट है. इसका खुलासा परिवहन विभाग की रिपोर्ट में हुआ है.

पटना में इस साल होने वाले सड़क हादसों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सड़कों को लाल करते हुए पटना में एक साल में 579 लोगों की सड़क हदसे में मौत हो चुकी है, जबकि 490 लोग घायल हो चुके हैं. यानी मृतकों की संख्या घायलों से अधिक हैं. इसके बावजूद भी ये बेलगाम रफ्तार अभी थमी नहीं है.

 

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मरने वालों की संख्या सबसे अधिक

बड़ी बात यह है कि यातायात नियमों का पालन करने वाले और पालन कराने वाले जवानों के रहते हुए भी शहरी क्षेत्र में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और इन दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या भी सबसे अधिक है. शहरी क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं दुर्घटना मौत में मौत चिंता का विषय बना हुआ है.

ब्लैक स्पॉट चिन्हित पर ट्रैफिक पुलिस के साथ काम जारी

बाईपास ही नहीं नेहरू मार्ग पर लोग तेज रफ्तार में मोटरसाइकिल चला रहे हैं. खासकर राजा बाजार के पुल पर लहरिया कट में बाइक चलाते हैं. इसका नतीजा है कि हादसे के शिकार लोगों की संख्या अधिक हो रही है. ताजा रिपोर्ट के बाद परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस चिंतित है कि दुर्घटनाओं को कैसे रोका जाए. जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीप्रकाश के मुताबिक शहर के ब्लैक स्पॉट चिन्हित पर ट्रैफिक पुलिस के साथ काम किया जा रहा है.

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