बिहार में पंचायत चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने लिया ये बड़ा फैसला, अब घूंघट-बुर्के की आड़ में नहीं हो पाएगी फर्जी वोटिंग

Shubham Bajpai, Last updated: Tue, 7th Sep 2021, 2:44 PM IST
  • बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव से पहले चुनाव की नई गाइडलाइन जारी की है. जिसमें अब जो महिलाएं वोट करने घूंघट या बुर्के में आएंगी उनकी पहचान करने के लिए महिला पदाधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा. ताकि वोटिंग के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न हो सके और फर्जी मतदान को रोका जा सके.
बिहार में पंचायत चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने लिया ये बड़ा फैसला, अब घूंघट-बुर्के की आड़ में नहीं हो पाएगी फर्जी वोटिंग

पटना. बिहार में पंचायत चुनाव निष्पक्ष कराने को लेकर बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है. फैसले अनुसार, जिन वोटिंग बूथ पर घूंघट या बुर्के में महिलाएं अधिक आती है वहां महिलाकर्मी को तैनात किया जाएगा ताकि उनकी पहचान हो सके और फर्जी मतदान न हो. आयोग ने पिछले चुनाव में हुए विवादों को लेकर यह फैसला लिया है. बता दें कि पिछले चुनाव में महिलाओं की पहचान करने के लिए उनका चेहरा देखने को लेकर कई जगह मतदान अधिकारियों के साथ लोग विवाद करने लगे थे. जिसको देखते हुए इस बार चुनाव से पहली ही आयोग ने सावधानी बरती है.

महिलाओं की तैनाती के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र

राज्य निर्वाचन आयोग ने नए आदेश के पालन के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिख इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. जिनके अनुसार, जो बूथों पर अलग से महिलाकर्मियों की तैनाती की जाएगी. साथ ही इन महिलाओं का प्रतिदिन के हिसाब से 250 रुपये भुगतान भी किया जाएगा. वहीं, जिन बूथों पर पर्दे वाली ज्यादा महिलाएं है वहां अलग से एक महिला चुनावकर्मी की भी नियुक्ति की जाएगी.

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बिहार में पहले चरण के शुरू हो चुके हैं नामांकन

बिहार में 2 सिंतबर से पहले चरण के नामांकन शुरू हो गए हैं. 8 सिंतबर को नामांकन की अंतिम तारीख है. वहीं, 26 सितंबर को इसके लिए मतदान किए जाएंगे और इसी दिन परिणाम भी जारी कर दिए जाएंगे.

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बता दें कि पूरे प्रदेश की बात करे तो पंचायत चुनाव में 6.38 करोड़ वोटर्स है. जिसमें 3.3 करोड़ महिला और 3.35 करोड़ पुरूष वोटर्स है. जिनको देखते हुए आयोग हर तरह की सावधानी बरत रहा है ताकि शांति और निष्पक्षता के साथ चुनाव संपन्न हो सकें.

 

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