लुभावने मैसेज से रहे सावधान, क्लिक करते ही खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

Uttam Kumar, Last updated: Wed, 3rd Nov 2021, 9:39 AM IST
त्योहारी सीजन में मोबाईल पर प्राप्त होने वाले लुभावने ऑफर को अच्छे से परख लें. कही ऐसा न हो लॉटरी, उपहार या छूट के चक्कर के फंसकर आप अपना बैंक अकाउंट ही खाली करवा बैठें. त्योहारी सीजन में होने वाली साइबर घटना को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई ना सिर्फ सचेत है बल्कि उसने एक विशेष टीम का गठन किया गया है. 
प्रतिकात्मक फोटो. 

पटना. त्योहारी सीजन में मोबाईल पर प्राप्त होने वाले लुभावने ऑफर को अच्छे से परख लें. कही ऐसा न हो लॉटरी,  उपहार या छूट के चक्कर के फंसकर आप अपना बैंक अकाउंट ही खाली करवा बैठें. त्योहारों के सीजन में साइबर अपराधी भी ज्यादा सक्रिय हैं. लोगों को एसएमएस, ई – मेल और फोन कॉल के जरिए लुभावना ऑफर देकर ठगी का शिकार बनाने की फिराक में लगे हुए हैं.  

त्योहारी सीजन में होने वाली साइबर घटना को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई(Economic Offences Unit) ना सिर्फ सचेत है बल्कि उसने एक विशेष टीम का गठन किया गया है. जो इस तरह की घटना पर लगातार नजर रख रही है. ईओयू के अनुसार साइबर अपराधी इस तरह की घटना को सबसे ज्यादा त्योहारों के मौसम मेंअंजाम देते हैं. साइबर अपराधी एसएमएस, फोन कॉल, ई – मेल और सोशल मीडिया पर लुभावना संदेश भेजकर लोगों को अपना शिकार बनाते है. मैसेज में किसी भी समान की खरीदारी पर भारी छूट, उपहार, लॉटरी, आदि का प्रलोभन दिया जाता है. जिसके चक्कर में ग्राहक पड़ जाते हैं. इसमें किसी ई – कॉमर्स या शॉपिंग वेबसाईट का लिंक अटैच होता है. जैसे ही कोई व्यक्ति उक्त लिंक पर क्लिक करता है वह फिशिंग का शिकार हो जाता है. 

ईओयू के अनुसार एसएमएस, फोनकॉल या सोशल मीडिया पर अज्ञात स्रोत से प्राप्त संदेशों पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए. अगर जरूरत ना हो तो ऐसे संदेश को खोलना ही नहीं चाहिए. साथ ही दिए गए लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक न करें. खासकर जिसमें कोई विशेष ऑफर, लॉटरी, या उपहार देने की बात कही गई हो. हर हाल में अपने बैंक खाता, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, आदि से जुड़ी जानकारी किसी नहीं दे. बैंक अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर प्राप्त ओटपी किसी को नहीं बताए. ऑनलाइन खरीदारी करने से पहले इस्तेमाल कर रहे ई – कॉमर्स या शॉपिंग वेबसाईट के बारे में पुरी अच्छी तरह जानकारी प्राप्त कर ले. अपने मोबाईल डिवाइस में कभी भी एनीडेस्क/ टीम व्युवर जैसे एप इंस्टॉल न करें. 

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