नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल के बीच कूड़ा घर बनी पटना में सड़कें, ऐसा है हाल
- बिहार के पटना में आज तीसरे दिन भी नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. इस वजह से पटना की सड़कों पर दो दिन के अंदर-अंदर 1600 टन कचरे का अंबार खड़ा हो गया है. लोग कचरे की वजह से काफी परेशान होते दिख रहे हैं.
पटना. बिहार में इस वक्त कचरे के ढे़र की वजह से लोगों का बुरा हाल होता दिखाई दे रहा है. पटना की सड़कों पर 1600 टन कचरे का अंबार पड़ा हुआ है. ऐसा इसीलिए हुआ है क्योंकि बिहार में नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल इस वक्त जारी है. 30 हजार कर्मचारियों की तीसरे दिन भी हड़ताल इस वक्त जारी है. उन कर्मचारियों की 12 सूत्रीय मांगों में से एक अहम मांग ग्रुप डी पद को पुनर्जीवित करने से जुड़ी है.पटना की गलियों में ही नहीं बल्कि सड़कों पर भी कचरे का ढेर लगा हुआ है. पटना में एक दिन में 800 टन कूड़ा निकलता है. अब तक दो दिनों में 1600 टन कूड़ा सड़कों पर लोगों ने फेंक दिया है.
इस मामले में सरकार और नगर निगम प्रबंधक की ओर से किसी भी तरह की पहल नहीं की गई है. पटना के कई रहीस इलाके इस हड़ताल की वजह से कूड़े के ढेर से घिर गए हैं. लोगों का वहां रहना मुश्किल हो गया है. नगर निगम के अधिकारियों से जब इस परेशानी के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मचारी संघ के लोग बातचीत नहीं करना चाहते हैं. उनकी तरफ से न्यौता तक भेजा गया लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें लिखित आश्वासन चाहिए. उसके बाद ही वो बातचीत करने के लिए तैयार होंगे. इन सबके बाद आज भी दोबारा से बातचीत करने के प्रयास किए जाएंगे.
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बुधवार के दिन हड़ताल पर मौजूद रहे कर्मचारियों ने नगर निगम गेट पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि सरकार समान काम के बदले समान वेतन दें. साथ ही दस सालों से ज्यादा वक्त तक अनुबंध पर काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित करने की भी मांग की गई है.
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