बिहार उपचुनाव से पहले RJD को झटका, पूर्व MLC सलीम परवेज की JDU में वापसी

Haimendra Singh, Last updated: Sun, 17th Oct 2021, 2:55 PM IST
  • आरजेडी के प्रदेश उपाध्यक्ष और बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने राजद से मोहभंग होने के बाद जेडीयू में वापसी कर ली है. रविवार को पटना जदयू कार्यलय में राजीव रंजन सिंह, उमेश कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा ने सलीम परवेज को पार्टी की सदस्यदा दिलाई.
राजीव रंजन सिंह, उमेश कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा ने सलीम परवेज को जेडीयू की सदस्यता दिलाई.

पटना. बिहार उपचुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल(RJD) का बड़ा झटका लगा है. राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष और बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने आरजेडी का साथ छोड़कर जनता दल यूनाइटेड(JDU) में वापसी हो गई है. रविवार को जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हुए मिलन समारोह में राजीव रंजन सिंह, उमेश कुशवाहा, उपेंद्र कुशवाहा ने सलीम परवेज को पार्टी की सदस्यता दिलाई. सलीम परवेज के जेडीयू में जाने पर आरजेडी नेताओं का कहना है कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

पूर्व एमएलसी सलीम परवेज ने 23 अक्टूबर 2018 को जदयू छोड़ आरजेडी का दामन थाम लिया था, लेकिन पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन के बाद आरजेडी में उनके सम्मान के सवाल उठने लगे थे जिसके बाद उन्होने मई 2021 में अपने पद और और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. सलीम परवेज ने इस्तीफा देते समय कहा था कि डॉ. शहाबुद्दीन से मेरा व्यक्तिगत संबंध था. वे न केवल मेरे अच्छे मित्र व भाई समान थे.

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सलीम ने की थी शहाबुद्दीन की तारीफ

इस्तीफा देते समय सलीम परवेज ने कहा था कि शहाबुद्दीन राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापकों में से रहे हैं. उन्होंने न केवल पार्टी के गठन में भूमिका निभाई बल्कि लालू और राबड़ी के नेतृत्व में बिहार में स्थापित होने वाली सरकारों के गठन में विपरीत परिस्थितियों में भी सक्रिय व महत्वपूर्ण रोल अदा किया. राजद के एमवाई समीकरण के आधार को एकजुट करने में वे एक महत्वपूर्ण कड़ी थे. व्यक्तिगत तौर पर उन्होंने कभी धर्म के आधार पर राजनीति नहीं की और न कभी उसका समर्थन किया.

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