बिहार में पकने लगी सियासी खिचड़ी, मांझी के घर देर रात मिले उपेंद्र-सहनी,RJD नहीं

Smart News Team, Last updated: Sat, 6th Jun 2020, 8:41 AM IST
  • शुक्रवार की देर रात बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर राजनीतिक हलचल देखने को मिली। शुक्रवार की रात को महागठबंधन में तीन दलों के नेता आपस में मिले और सियासी गुफ्तगू की।
महागठबंधन नेताओं की फाइल फोटो

कोरोना संकट के बीच ही आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है औ सियासी कसरत करना भी शुरू कर दिया है। यही वजह है कि शुक्रवार की देर रात बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर राजनीतिक हलचल देखने को मिली। शुक्रवार की रात को महागठबंधन में तीन दलों के नेता आपस में मिले और सियासी गुफ्तगू की।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के आवास पर करीब 11.30 रात तक चली बैठक में रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी के मुकेश सहनी ने चुनावी मन्त्रणा की। इस सियासी बैठक को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में समन्वय समिति के गठन और चुनाव में सीट शेयरिंग के संबंध में तीनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। हालांकि, आधिकारिक तौर से बातचीत का ब्यौरा देने से इन नेताओं ने फिलहाल इंकार किया है।

माना जा रहा है कि इन नेताओं की बैठक एक बार फिर से होने वाली है, ताकि महागठबंधन में सब कुछ तय हो सके और चुनावी तैयारियों को और तेज किया जा सके। हालांकि, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने नेताओं की मुलाकात की पुष्टि की। खास बात यह रही कि बैठक में राजद या कांग्रेस का कोई नेता शामिल नहीं हुआ।

गौरतलब है कि पहले भी ये तीनों नेता आपस में कई बार मिल चुके हैं। इस बार की मुलाकात के राजनीतिक अर्थ निकले जा रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि तीनों नेताओं की मुलाकात महागठबंधन के अन्य दोनों बड़े दलों - राजद और कांग्रेस पर सीट शेयरिंग के लिए दबाव बनाना भी हो सकता है। बता दें कि बिहार में वर्चुअल रैलियों के माध्यम से अमित शाह, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव रविवार यानी 7 जून को कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।

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