तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार को खुला चैलेंज- नालंदा की किस सीट पर मुझसे लड़ेंगे

Smart News Team, Last updated: Wed, 14th Oct 2020, 6:59 PM IST
  • बुधवार केा राघोपुर सीट से नामांकन कराने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि लालूजी की कमी सबको खल रही है. बिहार के लोग याद कर रहे हैं कि लालूजी रहते तो महंगाई नहीं होती.
तेजस्वी यादव ने राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल किया.

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी यादव ने बुधवार को राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल किया. नामांकन के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि लालूजी की कमी सबको खल रही है. बिहार के लोग याद कर रहे हैं कि लालूजी रहते तो महंगाई नहीं होती. उन्होंने कहा कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं.

नामांकन के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार नालंदा की किसी भी सीट से चुनाव लड़ें वे उनके खिलाफ खड़ें होंगे. तेजस्वी ने आगे कहा कि सीएम नीतीश उनके 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर हंस रहे थे लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि मैं एक ठेठ बिहारी हूं जो अपने वादों को हर कीमत पर पूरा करता है.

बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बुधवार को राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल किया. नामांकन के बाद उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि लालू जी कमी खल रही है. बिहार के लोग याद कर रहे हैं कि वो होते महंगाई नहीं होती. लालू जी के समय में कारखाने लगे, स्थानीय नौकरियां मिलीं. उन्होंने कहा कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार जी के प्रति नौजवानों में आक्रोश है.

 

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राघोपुर राजद का मजबूत गढ़ माना जाता है. पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव भी इसी सीट से चुनाव लड़ा करते थे. लालू यादव ने 1995 और 2000 के चुनाव में यहां से जीत दर्ज की थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी सीट को पत्नी राबड़ी देवी को सौंप दी थी.

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राघोपुर सीट से राबड़ी देवी 2005 के चुनाव में जीतीं लेकिन 2010 में उनको हार का मुंह देखना पड़ा. तब जेडीयू से सतीश यादव ने राबड़ी देवी को हराया था हालांकि 2015 में तेजस्वी यादव ने उन को इसी सीट से हराया था. एक बार फिर से तेजस्वी यादव के सामने सतीश यादव हैं. इस सीट से तेजस्वी और सतीश यादव की टक्कर देखने को मिलेगी.

 

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