बिहार बोर्ड परीक्षा की डेट शीट के बीच परीक्षार्थियों के डाटा में गड़बड़ी से मचा हड़कंप
- बिहार बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की डेट शीट जारी कर दी है. इस बीच मैट्रिक 2022 की परीक्षा में 4354 परीक्षार्थियों के पंजीयन और परीक्षा फॉर्म में कई गलतियां सामने आई है. बिहार बोर्ड की मानें तो मैट्रिक परीक्षार्थियों के पंजीयन संख्या और परीक्षा फॉर्म में दी गयी जानकारी में काफी अंतर है.
पटना. बिहार एग्जामिनेशन बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की डेट शीट जारी कर दी है. इस बीच परीक्षार्थियों के डाटा में गड़बड़ी नजर आई है. दरअसल मैट्रिक 2022 की परीक्षा में 4354 परीक्षार्थियों के पंजीयन और परीक्षा फॉर्म में कई गलतियां सामने आई है. बिहार बोर्ड की मानें तो मैट्रिक परीक्षार्थियों के पंजीयन संख्या और परीक्षा फॉर्म में दी गयी जानकारी में काफी अंतर है.
बिहार बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा की डेट शीट की जारी
बता दें कि आज बिहार बोर्ड ने मैट्रिक और इंटर परीक्षा की तिथियां जारी कर दी हैं. बिहार बोर्ड इंटर (12वीं) की परीक्षा एक फरवरी से 14 फरवरी तक और मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक होगी. वहीं हाई स्कूल के विषयों की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 20 से 22 जनवरी के बीच संपन्न होंगी. बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर दोनों परीक्षाएं दो शिफ्टों में आयोजित की जाएंगी. पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक होगी. दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 1:45 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। पेपर तीन घंटे का होगा.
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परीक्षार्थियों के डाटा में पाई गई गड़बड़ी
एग्जामिनेशन डेट के बीच बिहार के कई जिलों में परीक्षार्थियों के डाटा में कई गड़बड़ी से हड़कंप मच गया है. इसकी जानकारी बिहार बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर दी है. साथ में बोर्ड ने सभी डीईओ से कहा है कि सभी स्कूल प्राचार्य से स्पष्टीकरण पूछा जाए, क्योंकि स्कूल की गलती की वजह से परीक्षार्थियों के पंजीयन और परीक्षा फॉर्म डेटा में अंतर हो गया है.
700 छात्रों के डेटा में गड़बड़ी
बोर्ड की मानें तो सबसे ज्यादा मामला गोपालगंज जिले का है. गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 700 छात्रों के डेटा में गड़बड़ी है. इसके बाद सीवान जिले में 494 छात्रों के डेटा में अंतर हो गया है. बोर्ड की मानें तो कैमूर, पश्चिम चंपारण और जहानाबाद जिलों द्वारा भेजी गयी जानकारी को आधा अधूरा बताया है. बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को 22 नवंबर तक सुधार करने को कहा है.
माता-पिता के नाम पाए गए अलग- अलग
यह काफी लापरवाही भरी गलतियां है. पंजीयन में छात्र का नाम, माता और पिता का नाम जो दिया गया है, वो परीक्षा फॉर्म में अलग है, जबकि छात्र का रजिस्ट्रेशन नंबर एक ही हैय ऐसे में एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर या पंजीयन नंबर में दो छात्र हैं. इन दोनों छात्रों के नाम और उनके माता-पिता के नाम अलग-अलग हैं.
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