11 नेताओं की टीम के साथ जातीय जनगणना के मुद्दे पर PM मोदी से मिलने पहुंचे CM नीतीश

Smart News Team, Last updated: Mon, 23rd Aug 2021, 12:39 PM IST
  • जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करने के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार 11 नेताओं की टीम के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पीएमओ ऑफिस पहुंच गए हैं. कुछ ही देर में पीएम मोदी के साथ इनकी बैठक होगी.
सीएम नीतीश जातीय जानगणना के मुद्दे पर बात करने के लिए पीएम मोदी से मिलने पहुंचे. फोटो क्रेडिट (एएनआई ट्विटर)

पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच गए हैं. सीएम नीतीश के साथ दिल्ली पीएमओ में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा है. 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, विजय चौधरी, अजीत शर्मा पहुंचे, राजद नेता तेजस्वी यादव, महबूब आलम, सूर्यकांत पासवान, अजय कुमार, अख्तरुल इमाम, वीआईपी के मुकेश सहनी पहुंचे हैं. कुछ ही देर में ये सभी नेता पीएम मोदी से मुलाकात करेगें और जातीय जनगणना पर चर्चा होगी. सीएम नीतीश ने पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करने के लिए मुलाकात का समय मांगा था. इसके बाद पीएम मोदी ने सीएम नीतीश को मुलाकात के लिए 23 अगस्त का समय दिया था.

पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर मुलाकात को लेकर हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने एक बयान दिया है. जीतन राम मांझी ने कहा- जातिगत जनगणना कराने के लिए बिहार विधानसभा ने दो बार सर्वसम्मति से केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा है. साल 1931 के बाद कोई जातिगत जनगणना नहीं हुई है. बिहार के सत्ता और विपक्ष सभी इस मुद्दे के लिए तैयार हैं.

पटना में JDU राष्ट्रीय परिषद बैठक 29 अगस्त को, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह की अध्यक्षता में इन मुद्दों पर होगा फैसला

वहीं जातीय जनगणना को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार विधानसभा में दो बार जातीय जनगणना का प्रस्ताव पारित हुआ. आखिरी जातीय जनगणना 1931 में हुई, इससे पहले 10-10 साल में जातीय जनगणना होती रही. जनगणना से सही आंकड़े सामने आएंगे जिससे हम लोगों के लिए बजट में योजना बना सकते हैं. जाति आधारित जनगणना का मुद्दा बिहार के लोगों के लिए एक पुराना मामला रहा है. बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर पक्ष और विपक्ष की एक ही राय है. अब देखना ये है कि केंद्र सरकार इस जातीय जनगणना के प्रस्ताव को पास करेगी या नहीं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें