दिल्ली लाल किले पर जो हुआ निंदनीय, वो बात ना करें जो देश हित में नहीं: CM नीतीश

Smart News Team, Last updated: Sat, 30th Jan 2021, 6:59 PM IST
  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने महागठबंधन की मानव श्रृंखला पर कहा कि हमने सबसे पहले शराबबंदी लेकर मानव श्रृंखला बनाई थी. उन्होंने कहा कि लाल किले की घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाल किले पर जो हुआ वो निंदनीय है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने सबसे पहले शराबबंदी पर मानव श्रृंखला बनाई थी. प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाल किले की घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाल किले पर जो हुआ वो निंदनीय है. उन्होंने कहा, सबको अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि लोग वो बात भी करें जो देश हित नहीं नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हए ये बात कही. महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी समाधि पर फूल चढ़ाए. उसके बाद सीएम ने पत्रकारों से बात की.

 पत्रकारों से बात करते हुए महागठबंधन की मानव श्रृंखला पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आखिर ये लोग भी मानव श्रृंखला को मानने लगे. हमने सबसे पहले शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनाई थी. कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन शनिवार को बिहार में महागठबंधन ने  मानव श्रृंखला बनाई.

मानव श्रृंखला में बोले तेजस्वी- मोदी सरकार पूंजीपतियों और महागठबंधन किसानों के साथ

मानव श्रृंखला में शामिल हुए राजद नेता तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने 2006 में मंडी व्यवस्था खत्म की तो किसान मजदूर बन गए. अगर केन्द्र के कृषि कानून लागे हुए तो किसान भिखारी बन जाएंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के साथी पूछना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? उन्हें बताना चाहिए कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में है या नहीं.

महागठबंधन ने नहीं ली मानव श्रृंखला के लिए परमिशन, RJD बोली- अनुमति की जरूरत नहीं

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के लोग किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़े हैं और केन्द्र सरकार पूंजीपतियों के साथ है. बचपन में जय जवान-जय किसान का नारा सुनते आए थे लेकिन बीजेपी सरकार फंडदाताओं के लिए जवान और किसान को आपस में लड़वा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ये भूल गई है कि जवान भी किसान परिवारों से ही हैं, उनमें भी आक्रोश है. महागठबंधन शुरूआत से किसानों के संघर्ष में खड़ा है. 

 

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