नीतीश सरकार का पायलट प्रोजेक्ट, अब सरकारी स्कूल के बच्चे टैब से करेंगे पढ़ाई

Smart News Team, Last updated: Thu, 28th Jan 2021, 8:40 PM IST
  • बिहार बांकीपुर और गर्दनीबाग बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार को नीतीश सरकार के शिक्षा विभाग ने स्टेप एप की मदद से 100 छात्राओं को पायलट प्रोजेक्ट के तहत 100 टैब बांटे. प्रधान सचिव ने कहा कि जल्द ही बिहार के 50 स्कूलों में विद्यार्थियों को टैब बांटे जाएंगे.
बिहार के बांकीपुर और गर्दनीबाग के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 100 छात्राओं में टैब बांटे. प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना. बिहार के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थी अब टैब से पढ़ाई करेंगे. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने स्टेपऐप की मदद से गुरुवार को बांकीपुर और गर्दनीबाग बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 100 छात्राओं को टैब दिए गए. मिली जानकारी के अनुसार, पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दो स्कूलों में टैब बांटे गए. माला जा रहा है कि जल्द बिहार के 50 माध्यमिक स्कूलों में टैब बांटे जाएगे. 

इस मौके पर मौजूद शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा के पायलट प्रोजेक्ट के तहत राजधानी पटना के दो स्कूलों में ये शुरू किया गया है. इसके लिए पहले बालिका स्कूल को चुना गया है. आगे प्रदेश भर के 50 माध्यमिक स्कूल में शुरू किया जाएगा. वहीं माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई का महत्व कोरोना के बाद बढ़ा है. टेक्नोलोजी को आगे बढ़ाने में स्टेपएप साॅफ्टवेयर काफी मदद करेगा.

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बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक संजय कुमार ने कहा कि टीचर लर्निंग का अगला कदम स्टेपऐप है. इस बारे में कक्षा 9 की छात्रा करिश्मा कुमारी ने कहा कि टैब से पढ़ने में मजा आता है. गेम के माध्यम से पढ़ना बहुत रुचिकर होता है. पढ़ाई करने में पता ही नहीं चलता है. वहीं छात्रा पायल कुमारी ने कहा कि हर टाॅपिक को गेम में स्टेप वाइज बताया जाता है.

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क्या है स्टेपएप?

स्टेपएप एक साॅफ्टवेयर है जिसमें एनसीईआरटी सिलेबस डाला गया है. इसके अलावा कई राज्यों के बोर्ड के सिलेबस को भी रखा गया है. इसमें हर चैप्टर के हर टाॅपिक को गेम के माध्यम से बताया जाता है. गेम को स्टेप वाइज बनाया गया है. स्टूडेंट्स स्टेप वाइज अपनी पढ़ाई कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें डैश बोर्ड है. जिसमें शिक्षक छात्र का परफाॅर्मेंस भी देख सकता है.

 

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