बिहार में शराबबंदी की हकीकत, एक साल में 45 लाख लीटर शराब बरामद, 66 हजार से ज्यादा केस दर्ज

Somya Sri, Last updated: Sat, 8th Jan 2022, 11:40 AM IST
  • बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. लेकिन इसके बावजूद राज्य में उसने साल 2021 में करीब 45 लाख लीटर शराब बरामद हुआ. वहीं शराब बंदी कानून के उल्लंघन में 66 हजार से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज भी हुआ. सबसे ज्यादा गिरफ्तारी राजधानी पटना से हुई.
बिहार में शराबबंदी की हकीकत, एक साल में 45 लाख लीटर शराब बरामद, 66 हजार से ज्यादा केस दर्ज (प्रतिकात्मक फोटो)

पटना: बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. लेकिन जमीनी स्तर पर क्या हालात है इसकी पोल तो तब खुल गई जब अध्ययन किया गया कि पिछले साल 2021 में शराबबंदी कानून के उल्लंघन के मामले कितने आए और कितने लीटर शराब बरामद हुए. हैरान कर देने वाली बात यह है कि शराबबंदी होने के बावजूद भी बिहार में 1 साल के अंदर करीब 45 लाख लीटर शराब बरामद हुआ. वहीं शराब बंदी कानून के उल्लंघन में 66 हजार से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज भी हुआ.

जानकारी के मुताबिक पिछले साल 2021 में 66 हजार 258 मामले शराबबंदी कानून के उल्लंघन के खिलाफ दर्ज किए गए थे. जिसमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारी पटना, मुजफ्फरपुर, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज में हुए हैं वहीं पिछले एक साल में 45 लाख 37 हजार 81 लीटर शराब बरामद हुई है. बिहार राज्य के वैशाली, पटना औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, मधुबनी में सबसे ज्यादा शराब बरामद हुए हैं. जिसमें 29 लाख लीटर शराब विदेशी है जबकि 15 लाख देसी शराब बरामद हुए थे.

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वहीं पुलिस मुख्यालय के मुताबिक साल 2021 में शराबबंदी कानून के उल्लंघन करने के मामले में 30 पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी. जानकारी के मुताबिक पिछले 1 साल में 30 पुलिसकर्मियों को इस संबंध में बर्खास्त किया गया. इसके अलावा 45 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. जबकि 17 थानाध्यक्षों को उनके पद से निष्कासित कर दिया गया.

मालूम हो कि बिहार सरकार शराबबंदी को सख्ती से लागू करने और शराब की होम डिलीवरी को रोकने को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ती. चाहे वो सीएम नीतीश कुमार का समाज सुधार की यात्रा के माध्यम से शराबबंदी के फायदे बताने के लिए अभियान चलाना हो या शराब माफियाओं के ठिकानों पर दबिश देना हो. लेकिन इन सब के बावजूद भी सड़कों पर कई लोग पेग मारकर टूल नजर आते हैं. खैर, ये तो आम इंसान है. लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी के लोग भी शराबबंदी का पालन करते नहीं दिखते. और तो और शराब पीते हुए गिरफ्तार भी हो जाते हैं. हाल ही में समस्तीपुर जिला महासचिव दिलीप कुमार शाह को शराब के नशे में अपनी बीवी के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

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