दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद बोले CM नीतीश- समय की मांग है जाति जनगणना
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया. इस मुलाकात के बाद सीएम नीतीश ने कहा कि जाति जनगणना समय की मांग है और हम लोग शुरू से कह रहे हैं जातीय जनगणना होनी चाहिए.

पटना. दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हम लोग शुरू से कह रहे हैं जातीय जनगणना होनी चाहिए और यह समय की मांग है. इसके साथ ही सीएम नीतीश ने कहा कि जब जातीय जनगणना होगी तभी लोगों के बारे में सही जानकारी मिल पाएगी कौन पीछे है उसे आगे करने के लिए हम लोग निर्णय बेहतर ले सकते हैं. वहीं केंद्र द्वारा बताए गए कि सरकार के लिए यह काम मुश्किल है के जवाब पर सीएम ने कहा कि हर जाति में उपजाति है पूछने पर लोग उपजाति बोल देते हैं. जब ट्रेनिंग होगी जनगणना से पहले तो उपजाति को जाति के साथ जोड़ देंगे ऐसी कोई जाति नहीं है जिसमें कोई उपजाति नहीं है. हालांकि जनगणना कराने वालों को ठीक से ट्रेनिंग देकर जनगणना कराने के लिए भेजा जाए.
हम लोग फिर से सरकार से मांग करते हैं कि पुनर्विचार किया जाए और जातीय जनगणना किया जाए. इसके साथ ही आने वाले दिनों में हम सभी पार्टी के लोगों के साथ बैठेंगे उसके बाद आगे का निर्णय करेंगे क्या करना है. हम लोगों का विचार सब लोग जानते हैं यह देश के हित में है और सभी लोग मिलकर विचार करेंगे.
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सीएम नीतीश ने यह बयान दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद कहा. सीएम नीतीश ने इस बैठक को लेकर मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि नक्सल गतिविधि कैसे खत्म हो. क्योंकि कई राज्य इससे प्रभावित हैं इसलिए नक्सलवाद से जुड़े हर मुद्दे पर चर्चा हुई. हम लोग शुरू से इस बात की मांग करते रहते हैं न्याय के साथ विकास हो. इसलिए बिहार में नक्सल की गतिविधि कम हुई है और नक्सलियों के साथ भी लोग कम हैं.
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इसके साथ ही सीएम नीतीश ने कहा कि विकास के जरिए लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा तभी तो लोग हम लोगों के साथ रहेंगे. हम साल 2006 से इसके लिए काम कर रहे हैं और केंद्र सरकार की तरफ से भी कई काम किए जा रहे हैं. इस वजह से ही पहले की तुलना में नक्सल गतिविधि कम हुई है.
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