कृषि कानूनों के विरोध पर बिहार कांग्रेस राजभवन तक करेगी मार्च, नेता देंगे धरना

Smart News Team, Last updated: Wed, 13th Jan 2021, 10:16 PM IST
  • मिली जानकारी के अनुसार सदाकत आश्रम से राजभवन तक मार्च का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा एवं विधानसभा में कांग्रेस दल के नेता अजीत शर्मा विरोध दर्ज कराएंगे . 15 जनवरी को पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में धरना 12 बजे दिन से शुरू होगा.
कृषि कानूनों के विरोध पर बिहार कांग्रेस राजभवन तक करेगी मार्च, नेता देंगे धरना

पटना: बिहार प्रदेश कांग्रेस ने बिहार कांग्रेस नवमनोनित प्रभारी भक्त चरण दास द्वारा दिये गये जिम्मेदारियों पर अमल करना शुरू कर दिया है. उनके द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार पार्टी 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस मनाएगी और सदाकत आश्रम में धरना देने के बाद कार्यकर्ताओं का राजभवन मार्च होगा.

पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष एचके वर्मा ने बताया कि 15 जनवरी को पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में धरना 12 बजे दिन से शुरू होगा. उसके बाद राजभवन तक मार्च किया जाएगा. तीन कृषि कानूनों एवं पेट्रोल तथा डीजल के मूल्य में अकल्पित वृद्घि के खिलाफ यह कार्यक्रम होगा.

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मिली जानकारी के अनुसार सदाकत आश्रम से राजभवन तक मार्च का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा एवं विधानसभा में कांग्रेस दल के नेता अजीत शर्मा विरोध दर्ज कराएंगे . मार्च में कार्यकर्ता, पार्टी के विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं अन्य शामिल रहेंगे.

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मारपीट करने वाले कांग्रेसी नहीं हो सकते : रेणु

किसान कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेणु सिंह ने कहा है कि मंगलवार को सदाकत आश्रम में संगठन की बैठक में हुई घटना को निंदनीय बताया. कहा, बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के सामने जो घटना हुई उससे गलत संदेश गया.सच यह है कि जो लोग मारपीट में शामिल थे वह कांग्रेसी नहीं हो सकते.

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उन्होंने कहा है कि कांग्रेस में सभी कार्यकर्ताओं को अपनी बात रखने का पुरा हक है, लेकिन किसी के साथ मारपीट करना मर्यादा के विपरित है. किसान कांग्रेस के बैठक से एक दिन पहले ही उसमें शामिल होने वाले सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का लिस्ट प्रभारी को उपलब्ध कराया जाना चाहिए था. जिस भी संगठन की मीटिंग हुई उसमे सिर्फ उसके पदाधिकारी शामिल हुए, जबकि किसान कांग्रेस में आधे से अधिक बाहरी लोग थे.

 

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