शिक्षकों के शराब माफिया और शराबियों को ढूंढने के आदेश पर विवाद, शिक्षा मंत्री ने दी सफाई

Sumit Rajak, Last updated: Sun, 30th Jan 2022, 7:09 AM IST
  • बिहार में अब शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी सरकारी शिक्षकों को दी गई है. यानी शराब माफिया और शराबियों को चिह्नित करके उनके बारे में प्रशासन से जानकारी साझा करने की जिम्मेदारी सरकारी शिक्षकों और प्रिंसिपल को दी गई है. इस फैसले को लेकर विवाद भी खूब हो रहा है.
फाइल फोटो

पटना. बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन फिर भी शराब की चोरी-छिपे बिक्री जारी है और शराबियों के लिए शराब उपलब्ध है. वहीं, शराबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब से मौत की घटना भी सामने आती रहती है. ऐसे में बिहार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को शराबियों और शराब की आपूर्ति करने वालों की पहचान कर इसकी जानकारी मद्य निषेध विभाग को देने के आदेश जारी करने के बाद उठे विवाद पर शनिवार को राज्य के बिहार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को शराबियों और शराब सामने आए और सफाई दी.

इस विवाद को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी का बयान आया है. उन्होंने इस आदेश को लेकर उठे विवाद पर कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही बिहार के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि उन्हें शराब माफिया या शराबियों के बारे में कोई भी जानकारी मिले तो प्रशासन को बताएं. शिक्षक भी बिहार के नागरिकों का एक हिस्सा हैं और शिक्षा विभाग ने पत्र लिखकर केवल उनसे शराबबंदी कानून को लेकर उनके सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा कि पहले भी इस कार्य के लिए सभी नागरिकों से अपील की गई है. शिक्षक भी यहां के सम्मानित नागरिक हैं.

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 हाल ही में राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया है जहां पर शराब माफिया और शराबियों को चिह्नित करके उनके बारे में प्रशासन से जानकारी साझा करने की जिम्मेदारी सरकारी गुरुजी यानी की शिक्षकों और प्रिंसिपल को दी है. इसमें शिक्षकों और प्रिंसिपल को निर्देश दिया गया है कि वह चोरी-छुपे शराब पीने वाले या शराब की आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान करके इसकी जानकारी मद्य निषेध विभाग के साथ साझा करें.

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर कहा था कि ऐसी सूचनायें प्राप्त हो रही हैं कि अभी भी लोगों द्वारा चोरी-छुपे शराब का सेवन किया जा रहा है. इसे रोकना अति आवश्यक है. शिक्षा विभाग ने पत्र में स्पष्ट कहा है कि इस संबंध में निर्देश दिया जाता है कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में शिक्षा समिति की बैठक आहूत कर नशामुक्ति के संदर्भ में आवश्यक जानकारी दी जाये.

 

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