बिहार में कोरोना विस्फोट, पटना के एनएमसीएच में दर्जनों डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव

Swati Gautam, Last updated: Sat, 1st Jan 2022, 10:44 PM IST
  • बिहार में पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के करीब एक दर्जन से अधिक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें कॉलेज के इंटर्न व एमबीबीएस के डॉक्टर शामिल हैं. जानकारी अनुसार सभी में आईएमए के पटना में हुए सम्मेलन में भाग लिया था.
बिहार में कोरोना विस्फोट, पटना के एनएमसीएच में दर्जनों डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव. file photo

पटना. कोरोना वायरस और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने बिहार में भी से पांव पसारना शुरू कर दिया है. धीरे-धीरे संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. इसी बीच बड़ी खबर आ रही है कि बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के करीब एक दर्जन से अधिक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें कॉलेज के इंटर्न व एमबीबीएस के डॉक्टर शामिल हैं. जानकारी अनुसार सभी में आईएमए के पटना में हुए सम्मेलन में भाग लिया था. अधीक्षक ने जानकारी देते हुए कहा कि रविवार को सभी का आरटीपीसीआर जांच का नमूना लिया जाएगा.

पटना में दर्जनों डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर से स्वस्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. आईएमए के पटना में हुए सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य लोगों को भी कोरोना जांच करने की सलाह दी जा रही है. वहीं एनएमसीएच में भी डॉक्टरों के संपर्क में आए सभी लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जायेगा. डॉक्टरों का कहना है कि बिहार में जनसंख्या घनत्व बहुत ज्यादा है. इसलिए इस वेरिएंट के फैलने की आशंका बहुत ज्यादा है. सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने और  घर में रहने की सलाह दी जा रही है.

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पटना एम्स के कोविड इलाज के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि पटना में तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. अभी से ही इस पर ब्रेक नहीं लगाया गया तो स्थिति और खतरनाक होगी. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैलता है. जीनोम सीक्वेंसिग की जांच बहुत जरूरी है. कोविड प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से करने की जरूरत है. संक्रमित मरीज जहां भी हैं, वहीं पर अपना इलाज कराएं. एक जगह से दूसरी जगह इलाज के लिए यात्रा नहीं करें. सरकार ने हर जगह ऑक्सीजन और बेड की व्यवस्था की है. जहां स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं वहीं इलाज कराएं.

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