बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर को ऑफ कर पैसे की बचत कर रहे बिजली उपभोक्ता, जानें
- प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर को उपभोक्ता अपनी सुविधानुसार उपयोग करके पैसे की बचत कर रहे है. इस मीटर में जरुरत के अनुसार ऑन-ऑफ करने और रिचार्ज कराने की सुविधा उपलब्ध है. बिजली उपभोक्ता इस सुविधा का लाभ उठाकर घर से बाहर जाने पर मीटर को भी बंद कर देते है. जिससे वे पैसों की बचत कर पा रहे है.
पटना. बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर का इस्तेमाल करने वाले बिजली उपभोक्ता घर से बाहर जाने पर मीटर को बंद करके पैसे बचा रहे है. दरअसल प्रीपेड स्मार्ट मीटर में इसे जरुरत के अनुसार ऑन-ऑफ करने और रिचार्ज कराने की सुविधा दी गई है. उपभोक्ता इस सुविधा का लाभ उठाते हुए घर से बाहर जाने पर दरवाजे को बंद करने के साथ ही मीटर को भी ऑफ कर रहे है. जिस कारण उपभोक्ता अपने पैसे बचा पा रहे है. लॉकडाउन के दौरान पटना छोड़कर गांव जाने वाले कई लोगों ने मीटर बंद करके पैसे की बचत की है.
स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर के रिचार्ज आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के बावजूद रिचार्ज कराने वालों की संख्या में कमी आई है. बिहार में जनवरी माह में प्रीपेड उपभोक्ताओं की संख्या एक लाख एक हजार 826 थी और मीटर रीचार्ज कराने वालों से कंपनी को 18 करोड़ 75 लाख की आमदनी हुई. अप्रैल माह में प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं की संख्या एक लाख 47 हजार 34 हो गई. लेकिन इस दौरान कंपनी को 16 करोड़ 95 लाख की आमदनी हुई.
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मई के महीने में लॉकडाउन के समय प्रीपेड मीटर उपभोक्ता की संख्या डेढ़ लाख से अधिक हो गई. लेकिन कंपनी की आमदनी 9 करोड़ 33 लाख ही हुई. मीटर उपभोक्ताओं की संख्या में इजाफा होने के बावजूद कंपनी की आमदनी में आई कमी को देखते हुए अधिकारियों को शक हुई की शायद लोग मीटर बाइपास कर बिजली का इस्तेमाल कर रहे है. इस कारण हकीकत का पता करने के लिए पटना के कई इलाकों में इंजीनियरों को छापेमारी के लिए भेजा गया.
जिसके बाद पता चला कि लॉकडाउन के समय पटना छोड़कर गांव जाने वाले कई लोगों ने घरों के साथ मीटर को भी बंद कर दिया. घर में किसी सदस्य के न होने के कारण लोगों ने प्रीपेड मीटर की इस सुविधा का लाभ उठाते हुए मीटर को बंद कर दिया. साथ ही उन्हें ऐसी स्थिति में रीचार्ज कराने की जरुरत भी नहीं पड़ी.
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