बिहार में फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, मोटी रकम वसूल कर रहे ठगी

Smart News Team, Last updated: Sun, 29th Nov 2020, 10:28 AM IST
  • बिहार में फर्जी वीजा बनाने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश पटना के नियोजन भवन स्थित इमीग्रेशन दफ्तर में हुआ. यहां पर कुछ लोग अपने वीजा के असली होने के बारे में जानकारी करने के लिए आएं थे. इस गिरोह ने रूस, ओमान, यूएई, साउथ अफ्रीका, केन्या, आर्मीनिया के फर्जी वीजा बनाए हैं.
विदेश जाकर रोजगार करने की चाह रखने वाले युवाओं को यह गिराेह अपना शिकार बनाता है. उनसे मोटी रकम वसूल कर उन्हें फर्जी वीजा देते हैं.

पटना. बिहार में फर्जी वीजा बनाने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. इस नेटर्वक का जाल यूपी और झारखंड तक फैला हुआ है. विदेश जाकर रोजगार करने की चाह रखने वाले युवाओं को यह गिराेह अपना शिकार बनाता है. उनसे मोटी रकम वसूल कर उन्हें फर्जी वीजा देते हैं. इसका खुलासा पटना के नियोजन भवन स्थित इमीग्रेशन दफ्तर में हुआ, जब कुछ लोग अपने वीजा के असली होने के बारे में जानकारी करने के लिए आएं थे. 

बिहार-झारखंड के प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंट्स कार्यालय के अनुसार लॉकडाउन के समय में फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह का खेल और बढ़ गया. पिछले दो से तीन महीने में तीन दर्जन फर्जी वीजा के मामले सामने आए हैं. इस गिरोह ने रूस, ओमान, यूएई, साउथ अफ्रीका, केन्या, आर्मीनिया के फर्जी वीजा बनाया हैं. 

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बिहार-झारखंड के प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंट्स कार्यालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, यूएई के कई फर्जी वीजा पटना के एजेंटों द्वारा बनाया गया है. एसएसपी पटना को इस मामले में लिखित शिकायत  यूपी के गोरखपुर और वाराणसी के भी लोगों का फर्जी वीजा एजेंटों ने बनाए हैं.

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प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंट्स, बिहार-झारखंड के ताविशी बहल पांडे ने लोगों से अपील की है कि वे फर्जी वीजा बनाने वाले एजेंटों के बारे में शिकायत करें. उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि फर्जी वीजा से संबंंधित कई मामले सामने आए हैं. यह मामला बेहद गंभीर है. फर्जी वीजा बनाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. ताविशी बहल पांडे ने कहा कि लोगों को विदेश यात्रा करने से पहले वीजा की जांच जरूर करनी चाहिए. 

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