बिहार में इन इलाकों में फिर बाढ़ का अलर्ट, खतरे के निशान से ऊपर कई नदियां, सोमवार को आएगी केंद्रीय टीम
- बिहार में बाढ़ के कहर के बीच जल संसाधन विभाग ने उत्तर बिहार के सभी जिलों को फिर अलर्ट जारी किया है. विभाग ने मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण जिलों में तटबंधों की निगरानी के आदेश दिए हैं. राज्य में कोसी,बागमती, गंडक,गंगा, महानंदा नदी उफान पर हैं. ये सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सोमवार को बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए केंद्रीय टीम बिहार आएगी.
पटना. बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी. उत्तर बिहार के सभी जिलों को जल संसाधन विभाग ने फिर अलर्ट जारी किया है. विभाग ने खासकर मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण जिलों में तटबंधों की निगरानी के आदेश दिए हैं. अभी भी कई नदियां उफान पर हैं. कोसी, बागमती, गंडक, महानंदा नदी, कमला बलान, बूढ़ी गंडक, गंगा नदी भी कई जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार के 16 जिलों की 32 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. इस साल बिहार में बाढ़ से 53 लोगों की मौत हो चुकी है.
गौरतलब है कि सोमवार को बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए केंद्रीय टीम बिहार आएगी. छह सदस्यीय यह टीम दो दिनों तक बिहार के अलग-अलग बाढ़ प्रभावित जिलों में जाकर बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेगी. राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी टीम को बाढ़ से प्रभावित जिलों और नुकसान के आंकड़ों की विस्तृत रिपोर्ट सौपेंगे. टीम के लौटने के बाद बिहार सरकार, केंद्र सरकार को मदद के लिए ज्ञापन सौंपेगी. राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग टीम को बाढ़ से हुए नुकसान से अवगत कराएगा.
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आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहसरसा, पटना, वैशाली, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर, पूर्णिया और सीतामढ़ी जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं. 73 प्रखंडों के अंतर्गत आने वाली 486 पंचायतें आंशिक अथवा पूर्ण रूप से प्रभावित हैं.
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बाढ़ प्रभावित इन जिलों में एनडीआरएफ की 17 और एसडीआरएफ की 12 टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए लगाई गई हैं. इसके अलावा दो एनडीआरएफ एवं तीन एसडीआरएफ की टीमों को अन्य बाढ़ प्रभावित जिलों में लगाया गया है. बाढ़ के पानी से डूबे जिलों में आवागमन को सुगम बनाने के लिए कुल 1800 से अधिक नावों का परिचालन कराया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि जरूरत पड़ने पर नावों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.
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विभाग के अनुसार अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों में 3 लाख 70 हजार से ज्यादा पॉलीथीन शीट और 4 लाख 75 हजार सूखे राशन के पैकेट बांटे गये हैं। साथ ही सभी जिलों में फसल के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। आकलन के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति की जाएगी. राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बाढ़ ग्रस्त इलाकों में अब तक 7,95,538 बाढ़ ग्रस्त परिवारों को अनुग्रहित राशि के रूप में प्रति परिवार को 6 हजार रुपये की दर से कुल 477.32 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है.
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