कोरोना के चलते लगातार दूसरे साल गया में नहीं लगेगा पितृपक्ष मेला, आगुंतको के लिए दिशानिर्देश जारी

Naveen Kumar Mishra, Last updated: Sat, 18th Sep 2021, 2:31 PM IST
बिहार सरकार ने इस वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया है. लेकिन देश विदेश से आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए गया जिला प्रशासन विष्णुपद मंदिर प्रांगण के संवाद सदन में एक कंट्रोल रूम बना रही है. 
पिण्डदान करते श्रद्धालु(प्रतीकात्मक फोटो)

पटना

 

हर साल आयोजित होने वाली पितृपक्ष मेले का आयोजन इस बार बिहार सरकार नहीं करेगी. हालांकि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पिंडदानी आकर पिंडदान कर सकते हैं. देश विदेश से आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए गया जिला प्रशासन विष्णुपद मंदिर प्रांगण के संवाद सदन में एक कंट्रोल रूम बना रही है. तीर्थयात्री अपनी समस्या का समाधान कंट्रोल रूम में आकर पा सकते हैं.

 

बता दें इस बार पितृ पक्ष 20 सितंबर से शुरू हो रहा है. 20 सितंबर को फल्गु में पूर्णिमा श्राद्ध होगा. हालांकि त्रिपाक्षिक श्राद्ध करवाने वाले श्रद्धालु 19 सितंबर से ही पुनपुन या गया शहर के गोदावरी तालाब से पिंडदान की क्रिया शुरू कर देंगे. 7 अक्टूबर तक पितृपक्ष है. 

 

बता दें कोरोना महामारी के कारण गया में लगातार दूसरी बार पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है इसके बावजूद  अधिक संख्या में श्रद्धालु पिंडदान करने के लिए गया में आएंगे. इसी रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने विष्णुपद मंदिर में कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया है. पंडा समाज से मिली सूचना के अनुसार इस बार करीब एक लाख श्रद्धालु पिंडदान करवाने आ सकते हैं. इतनी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की आने की सूचना के बाद प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं. प्रशासन ने इस बाबत कई दिशा निर्देश जारी किए हैं.

 

श्रद्धालु इस नंबर पर करें कॉल 

 

पिंडदान करवाने आ रहे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन कई इंतजाम कर रही है. पिंड दान करवाने आए श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन ने टेलीफोन नंबर जारी किया है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर  श्रद्धालु 0631 2222253  और 0631 2222259  पर कॉल कर सकते हैं. किसी समस्या के समाधान के लिए श्रद्धालु विष्णुपद के संवाद सदन में स्थित कंट्रोल रूम में सीधे आकर अपनी समस्या बता सकते हैं.

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