हेल्थ एक्सपर्ट की वॉर्निंग- कोरोना से बचना है तो नदी, तालाब में नहीं लगाएं डुबकी
- बिहार में महापर्व छठ पूजा को देखते हुए राज्य के हेल्थ एक्सपर्ट ने व्रतियों से अपील की है कि वे घाटों पर डुबकी लगाने से बचें. साथ ही कोरोना को लेकर सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है.

पटना. बिहार में महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो गई है. यह पर्व इस बार कोरोना महामारी में मनाया जा रहा है. इस पर्व के दौरान स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सीनियर डॉक्टरों ने व्रत रखने वाली महिलाओं से कहा कि वे घाटों पर डुबकी लगाने से बचें. बुधवार को सूचना भवन के संवाद कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर डॉ. नवीनचंद्र प्रसाद, पटना एम्स के निदेशक डॉ. पीके सिंह और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के मनीष मंडल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से यह अपील की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि लोगों को कोरोना महामारी को लेकर केंद्र और बिहार सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए. जो लोग छठ पूजा के लिए घाटों पर जा रहे हैं वे मास्क जरूर लगाए और पूजा स्थल पर सामाजिक दूरी का पालन करें.
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डॉक्टरों ने निर्देश दिया है कि हाथों को समय-समय पर सैनिटाइज करने की जरुरत है. साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को छठ पूजा के लिए बाहर या घाट जाने से बचना चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव, दशहरा और दीपावली के त्यौहार के दौरान राज्य में कोरोना के मामले नियंत्रित थे. छठ पूजा के दौरान लोगों द्वारा सावधानी बरतनें से बिहार में कोरोना महामारी को नियंत्रित किया जा सकता हैं.
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