खुशखबरी! नीतीश सरकार बिहार संग्रहालय को करेगी अपडेट, रिक्त पदों पर होगी भर्ती

Haimendra Singh, Last updated: Fri, 4th Feb 2022, 11:08 AM IST
  • बिहार संग्रहालय में महानिदेशक का पद संभालने के बाद अंजनी कुमार सिंह ने बताया है कि कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद बिहार संग्रहालय कैफेटेरिया और रेस्टोरेन्ट को अपडेट किया जाएगा. जिससे यहा पर्यटको की सख्या में इजाफा हो सके. इसके अलावा संग्रहालय में सभी रिक्त पदों पर जल्द ही बहाली की जाएगी.
बिहार संग्रहालय.( फोटो - लाइव हिंदुस्तान )

पटना. नीतीश सरकार जल्द ही बिहार संग्रहालय को पटना के बड़े सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में विकसित करने जा रही है. इस परिवर्तन के बाद संग्रहालय में कई नई और नायाब चीजें दिखेंगी. कोरोना के स्थिति सामान्य होने के बाद संग्रहालयों में कैफेटेरिया और रेस्टोरेन्ट को अपडेट किया जाएगा. इसके अलावा संग्रहालय के लिए स्वीकृत तथा वर्तमान में रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाएगी. इन रिक्त पदों पर सालाना खर्च और नियुक्ति, प्रतिनियुक्ति या संविदा नियुक्ति आदि के लिए ब्यौरा तैयार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह के बिहार संग्रहालय में पदभार संभालने का बाद ये बातें सामने आई है.

बुधवार को बिहार संग्रालय में बतौर महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने बिहार संग्रहालय में पदभार संभाला है. संग्रहालय की परिकल्पना के समय से ही वह नोडल पदाधिकारी रहे हैं. पदग्रहण के बाद उन्होंने संग्रहालय के अफसरों के साथ बैठक कर इसे भारत के बड़े सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में विकसित करने को लेकर कई विचार अधिकारियों के समकक्ष रखे हैं. अंजनी सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जल्द बिहार संग्रहालय के लिए स्वीकृत तथा वर्तमान में रिक्त पदों को एकीकृत करें. इन पर होने वाले सालाना खर्च और नियुक्ति, प्रतिनियुक्ति या संविदा नियुक्ति आदि के प्रावधानों के साथ संचिका तैयार करें. जिसके बाद इन रिक्त पदों पर बहाली का निर्णय लिया जाएगा.

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एप्रिथिएन कोर्स भी कराएगा बिहार म्यूजियम

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बिहार संग्रहालय जल्द ही विद्यार्थियों और इतिहास तथा पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए एप्रिशिएशन कोर्स लाया जाएग. फिलहाल यह तीन महीने का होगा. कोरोना की स्थिति के बाद वर्चुअल और एक्चुअल दोनों ही स्वरूपों में इसे संचालित किया जाएगा. कोर्स का स्वरूप तय करने के लिए देश-दुनिया के नामचीन संग्रहालयों में संचालित कोर्सो का अध्ययन कराया जाएगा.

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